इलाहाबाद में यमुना नदी पर बने अत्याधुनिक हैंगिंग ब्रिज की जांच को आए विदेशी इंजीनियरों से गत शुक्रवार दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर ने हाथापाई की। ब्रिज की जांच के लिए इंजीनियरों की यह टीम डेनमार्क से आई थी। जानकारी के मुताबिक डेनमार्क की कोवी कंपनी एवं देवकॉन इफ्राक्चर प्राइवेट लिमिटेड नए यमुना पुल की देखभाल करती हैं। डेनमार्क के दो ब्रिज एक्सपर्ट इंजीनियरों को साथ ही स्थानीय चीफ साइड इंस्पेक्टर पिछले कई दिनों से नए पुल का निरीक्षण कर रहे हैं। शुक्रवार को दिन के वक्त हाईवे अथारिटी आफ इंडिया के अफसरों संग डेनमार्क के इंजीनियर पुल पर पहुंचे, तभी कवरेज करने आए दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर ने इंजीनियरों से हाथापाई की। बाद मे वहां पर टोल टैक्स कर्मचारियो और अन्य को जुटता देख कर चीफ रिपोर्टर और उनके साथी भाग निकले।
एनएचएआई के इंजीनियरों ने ब्रिज पर हुई मारपीट की शिकायत नैनी कोतवाली में की गई। लेकिन जागरण के प्रभाव मे पुलिस ने दो अज्ञात युवकों पर एफआईआर दर्ज की है। हाथापाई के दौरान डेनमार्क की जांच टीम ने वीडियो क्लिप भी बनाई और फोटो भी लिया। चूंकि, विदेशी इंजीनियरों से हाथापाई चीफ रिपोर्टर ने की थी, लिहाजा इस खबर का प्रकाशन भी एक-दो अखबारों तक सीमित रह गया।
जागरण इलाहाबाद में वरिष्ठों की उपेक्षा
दैनिक जागरण इलाहाबाद यूनिट की स्थिति बद से बद्तर होती जा रही है। यहां के संपादकीय प्रभारी नियमों के खिलाफ वरिष्ठों की उपेक्षा कर यूनिट का संचालन कर रहे हैं, जिसका नतीजा नैनी के हैंगिंग ब्रिज पर हुई मारपीट के रूप में सामने आया है। बताया जाता है कि हेड ऑफिस (नई दिल्ली) और स्टेट आफिस (लखनऊ) से आने वाले दिशा-निर्देशों को भी दरकिनार कर दिया जाता है। अभी हाल ही यहां आए एक वरिष्ठ साथी को समीक्षक बना दिया गया, जबकि कई ऐसे सीनियर भी हैं, जो मूल कार्यक्षेत्र से किनारे कर दिये गए। इससे भी दिलचस्प यह है कि यूनिट के जिस सीनियर को यहां का चीफ रिपोर्टर लिखापढ़ी में बनाया गया है, उसे किनारे कर एक जूनियर को चीफ रिपोर्टर के पद पर बैठा दिया।
ऐसी ही कई समस्याओं से जूझ रही इलाहाबाद यूनिट की सेहत सुधारने को एचआर हेड ने गत दिनों ई-मेल भेजा था, जिसमें साफ-साफ दिशा-निर्देश था कि यहां के बिगड़े हालात को सुधारा जाए। आउटपुट और इनपुट प्रणाली के साथ-साथ सप्तर्षि मंडल का गठन किया जाए, पर एचआर हेड की ईमेल को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया। यहां के न्यूज रूम में न्यूज से ज्यादा चर्चा एक-दूसरे की टांग खींचने को लेकर होती है और आरई को इस समय ’हवा’ में उड़ने से फुर्सत नहीं है।
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।