कोरोना संकट के बीच इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे कोरोना योद्धा स्वास्थ्य कर्मचारियों के सम्मान की बात भले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं लेकिन सोमवार को यूपी के जनपद पीलीभीत में दो कोरोना योद्धा सरेआम पुलिस के डंडे खाकर सरे आम बेइज़्ज़त हुए। वह भी जिलाधिकारी की मौजूदगी में।
डीएम के स्कॉट के सिपाहियों द्वारा की गई घटना के बाद पूरे जनपद में स्वास्थ्य कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार की बड़ी खबर देश का नंबर वन अखबार होने का दावा करने वाले दैनिक जागरण में मंगलवार को नहीं दिखी तो पाठकों में कानाफूसी होना लाजमी है।
सोमवार सुबह 8 बजे घटित इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। कई टीवी न्यूज़ चैनल पर भी खबर चली मगर जागरण अखबार को इसकी भनक न लगना शायद ही पाठकों के गले उतरे। दरअसल ड्यूटी पर जा रहे बीसलपुर के दो स्वास्थ्य कर्मियों को रोकने, बदसलूकी करने व एस्कॉर्ट के सिपाहियों से पिटवाने का आरोप जिले के सबसे बड़े अफसर जिलाधिकारी पर है, खबर सिरे से गायब रहने का यह भी एक बड़ा कारण कुछ कुछ पाठकों की समझ में आया।
वहीं इस खबर का एक शब्द ना छापने वाले जागरण अखबार ने डीएम की शान में कसीदे पढ़ते हुए एक नहीं बल्कि प्रथम पृष्ठ से अंदर तक तीन बड़ी खबरें लगाईं जबकि अमर उजाला ने स्वास्थ्य कर्मियों पिटाई की खबर को प्रथम पृष्ठ के अलावा अंदर के पेज पर भी फोटो के साथ प्रमुखता से छापा। तीसरे बड़े अखबार हिंदुस्तान ने भी अंदर के मुख्य पेज की सेकंड लीड बनाकर फोटो सहित खबर छपी। एक शब्द भी खबर ना छपी देख पीलीभीत के जागरण के पाठकों को बड़ी निराशा हुई।