यमराज : हे चित्रगुप्त, हर आदमी के नाम पर एक ऐसी मशीन बना जो झूठ बोलने पर बजने लगे ताकि पता चल सके कौन बदमाश झूठ बोल रहा है…!!
चित्रगुप्त : ठीक है प्रभु…!!
चित्रगुप्त ने एक घंटा बनवाया. उसमें लाई-डिटेक्टर समेत कई तरह के एप इंस्टाल किए. प्रत्येक घंटा का सेंसर संबंधित व्यक्ति से ब्लूटूथ-वाईफाई के जरिए मैनुवली कनेक्ट-अटैच किया.
कुल मिलाकर बहुत जीतोड़ मेहनत करने के बाद चित्रगुप्त ने धरतीवासियों के झूठे-सच्चे से संबंधित नया डाटाबेस तैयार कर लिया.
अब जो भी व्यक्ति धरती पर झूठ बोलता, उसके नाम वाला घंटा बजने लगता… कोई घंटा तब तक बजता जब तक संबंधित शख्स धरती पर झूठ बोल रहा होता… ज्यादातर घंटे कुछ सेकेंड्स से लेकर मिनटों तक बजते क्योंकि धरती पर आम आदमी पेट पत्नी करियर आदि के चक्कर में इससे ज्यादा देर तक झूठ नहीं बोल पाते.
एक दिन एक घंटा अचानक जोर-जोर से बजने लगा…
टन टन टन टन टन
बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा था…
टन टन टन टन टन
यमराज और चित्रगुप्त सारी चीजों को आटोमेशन मोड में डालकर सो रहे थे लेकिन लगातार बजते घंटे ने जगा दिया. घंटों से बज रहे इस घंटे की आवाज ने जब थमने का नाम नहीं लिया तो यमराज को चिंता हुई और गुस्सा भी आया. सोचने लगे, आखिर इतना बड़ा झुट्ठा कौन है जो लगातार झूठ बोल रहा है जिससे घंटा लगातार बजता ही जा रहा है.
टन..
टन टन ..
टन टन टन ..
टन टन टन टन
यमराज से नहीं रहा गया. वे बोल पड़े: अबे चित्रगुप्त, ये क्या हो रहा है..? ये घंटा एक साथ लगातार इतनी देर से जोर जोर से क्यों बजता जा रहा है..?? देख तो कौन है???
चित्रगुप्त ने शांत आवाज में कहा: प्रभु..!!! मोदी जी का भाषण चल रहा है…
उपरोक्त जोक सोशल मीडिया पर जोर-शोर से प्रचारित-प्रसारित, शेयर, लाइक, ट्वीट किया जा रहा है.