कानपुर पुलिस ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. इसे लेकर अब शहर के पत्रकारों में नाराजगी देखी जा रही है. दरअसल बुधवार 20 दिसंबर को सीसामऊ पुलिस ने एक व्यापारी को थप्पड जड़ दिया. इसके बाद थाना परिसर में एक बुजुर्ग को धमकाते पुलिसवालों का कुछ पत्रकार वीडियो बनाने लगे. पुलिस को यह रास नहीं आया तो पत्रकारों को धकियाकर बाहर निकाल दिया गया.
इसके बाद सुनने में आया कि झांसी से सीसामऊ आईं ACP श्वेता ने थाना परिसर को प्राइवेट प्रापर्टी बताते हुए पत्रकारों को थाने के भीतर कवरेज करने से रोक दिया. इसे लेकर पत्रकार विरोध जता रहे हैं. देखिए कानपुर के कुछ पत्रकारों की प्रतिक्रियाएं…
Simer Chawla-
kanpurnagarpol बेलगाम हो गई है. सामाजिक जगह पर खुलेआम किसी को भी थप्पड़ मार देती है। पहले दुकानदार को सबके सामने वीडियो बनाने पर थप्पड़ मार दिया जाता है, और उसके बाद थाने में पत्रकारों द्वारा वीडियो बनाने पर उन्हें बाहर निकालने को कहा जाता है.
Praveen Mohta-
कानपुर पुलिस की कथित कहासुनी का एक विडियो ये भी है। थाने में एक बुजुर्ग से दरोगा कैसे बात कर रहा है? धमका रहा है। मीडिया को रोका जा रहा है। कानपुर की मित्र पुलिस !!!
Subham Shukla-
कानपुर पुलिस की गुंडई और तानाशाही कैमरे में हुई कैद. सीसामऊ एसीपी के सामने दरोगा ने व्यापारी को मारा थप्पड़. व्यापारी से बोली ACP तीन थाने की फोर्स बुला सकती हूं. नाराज व्यापारी पहुंचे थाने वीडियो बनाने पर एसीपी की तानाशाही बोली कैमरा बंद करो. मीडिया कर्मियों से सिपाहियों ने अभद्रता.
Deep Trivedi-
सीसामऊ थाने अंतर्गत एसीपी के सामने पुलिस ने व्यापारी से की धक्का मुक्की और मारपीट। अभद्रता से नाराज व्यापारियों ने दी आंदोलन की धमकी। हंगामे की सूचना पर थाने पहुंचे पत्रकारों से एसीपी ने कराई अभद्रता। पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को किया थाने से बाहर।
Anil tripathi-
कानपुर कमिश्नरेट में आप सारा काम पुलिस की मर्जी से करिए खबर भी उन्ही के हिसाब से बनाइए और लगता है कानपुर में पुलिस जनता की सेवा के लिए नही बल्कि उन पर शासन करना चाहती है!
पत्रकार संगठनों ने भी विरोध जताया है। कानपुर जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी ने कहा, ‘पत्रकारों के साथ अराजकता बर्दाश्त नही की जाएंगी पूरे प्रकरण को पुलिस आयुक्त और JCP L/O को अवगत कराया गया है। अगर पुलिस का इस तरह का रवैया रहा तो जर्नलिस्ट क्लब आंदोलन करने को बाध्य होगा।’