दिल्ली के पत्रकार मोहम्मद अहमद काजमी ने गिरफ्तारी के तीन साल बाद फिर काम पर लौट आए हैं. वे ईरानी रेडियो और ईरानी न्यूज एजेंसी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग के लिए काम करते हैं. उनकी तैयार की गई एक रिपोर्ट ईरानी रेडियो पर प्रसारित की गई है. पत्रकार काजमी को दिल्ली में इजरायली दूतावास की कार पर 13 फरवरी 2012 को हुए हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.
काजमी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन साल पहले गिरफ्तार किया था, लेकिन इस हफ्ते उन्हें ईरान की रेडियो एजेंसी IRIB में नौकरी मिल गई है. काजमी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पर्शियन भाषा में स्नातकोत्तर और डीडी न्यूज के साथ स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम किया है. यहां उन्होंने उर्दू न्यूज बुलेटिन के लिए एंकरिंग की है. वह 1993 में दूरदर्शन के साथ जुड़े थे. काजमी पिछले 30 सालों से स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते आए हैं. उन्होंने तेहरान स्थित एक रेडियो के लिए समाचार वाचक की भूमिका भी निभाई है. काजमी ने 1983 से 1990 के बीच इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी में बतौर संवाददाता काम किया था. सोमवार को उन्होंने ईरानी एजेंसी IRIB के रेडियो विंग को जॉइन कर लिया है. अब वह IRIB के उर्दू बुलेटिन के लिए भारत से रोजाना न्यूज रिपोर्ट फाइल करेंगे. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की ओर से दायर आरोप पत्र में उन पर गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत अपराधों का आरोप लगाया गया था. काजमी पर अभी तक आरोप तय नहीं हुए है और दिल्ली की सेशन कोर्ट में अभी तक काजमी के खिलाफ आरोप तय करने पर सुनवाई प्रक्रिया चल रही है. फिलहाल मामला दिल्ली हाईकोर्ट में विचाराधीन है.