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मजीठिया वेतनमान : वकीलों की कॉन्फ्रेंस में गुपचुप पहुंचे कोठारी छिपते-छिपाते भागे

जयपुर : बार कौन्सिल ऑफ़ इंडिया और बार कौन्सिल ऑफ़ राजस्थान की और से जयपुर के बिरला सभागार मे आयोजित  कॉन्फ्रैंस नालकोन 2015 में सुप्रीम कोर्ट की अवमानना झेल रहे राजस्थान पत्रिका के मालिक गुलाब कोठारी, जो अपने आप को पत्रकार कहते हैं, आज  उन्हें अपने ही कर्मचारियों और पत्रकारों के  विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें कॉन्फ्रैंस में आने के लिए पीछे के रास्ते से प्रवेश करना पड़ा। 

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा, सीनीयर एडवोकेट पारस कुहाड़ और गुलाब कोठारी 

जयपुर : बार कौन्सिल ऑफ़ इंडिया और बार कौन्सिल ऑफ़ राजस्थान की और से जयपुर के बिरला सभागार मे आयोजित  कॉन्फ्रैंस नालकोन 2015 में सुप्रीम कोर्ट की अवमानना झेल रहे राजस्थान पत्रिका के मालिक गुलाब कोठारी, जो अपने आप को पत्रकार कहते हैं, आज  उन्हें अपने ही कर्मचारियों और पत्रकारों के  विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें कॉन्फ्रैंस में आने के लिए पीछे के रास्ते से प्रवेश करना पड़ा। 

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा, सीनीयर एडवोकेट पारस कुहाड़ और गुलाब कोठारी 

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इस  कॉन्फ्रैंस में पत्रकारों ने देश भर से आए वकीलों और जजों को ज्ञापन दिया। इनमें सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा भी थे। जस्टिस अरुण मिश्रा को दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि कोठारी सुप्रीम कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं और कर्मचारियों को मजीठिया आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन भत्ते नहीं दे रहे हैं। कोठारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट अवमानना के 6 केस चल रहे हैं। उनके साथ मंच भी साझा ना करें। 

कोठारी के चमचों ने इस ज्ञापन जानकारी कोठारी को दी तो उन्होंने अपने संपादकों और फोटोग्राफरों की फौज  को कार्यक्रम में तैनात कर दिया। कोठारी के चमचों ने पत्रकारों  से अनुरोध किया कि वे किसी तरह की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न करें, जिससे उनकी नौकरी बची रह सके। 

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कोठारी ने मीडिया और न्यायपालिका सत्र के दौरान मंच साझा करते हुई सलाह दी की मीडिया और न्यायपालिका को मिलजुलकर रहना चाहिये। ये दोनो एक दूसरे के दर्द को समझते हैं। उनके चेहरे से अवमानना का दर्द साफ नजर आ रहा था। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका सीधे संपादकों से बात करे वर्ना अफसर और राजनेता मिलकर न्यायपालिका का गला घोट देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने मीडिया के कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी समझ लिया है। 

पत्रकारों की ओर से दिए गए ज्ञापन की कॉपी 

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कार्यक्रम की समाप्ति के बाद  कोठारी जैसे ही बाहर आये तो वहां मौजूद मीडियाकर्मियों और वकीलों ने  कोठारी से कर्मचारियों को मजीठिया आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन भत्ते नहीं देने के सवाल दाग दिये। यह देख कोठारी घबरा गए और पिछले दरवाजे से निकल भागे। 

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0 Comments

  1. b6

    April 19, 2015 at 4:39 pm

    Very very very good. In kutto ke sath aisa hi hona chaiye.. kothari marega.

  2. ramsigh

    April 20, 2015 at 5:41 am

    मारो इस साले मादरचोद गद्दार गुलाब कोठारी को साला नंबर के का चोर है हरामजादा अपने आप को बहुत बड़ा पतरकार बनता है सेल चोर बेईमान भृष्ट दरवाज रांडवाज ऐयाश कुत्ता को तो बीच सड़क पर जुटे भिगोकर लगाने चाहिए
    साला चार साल पूरा वेतन नहीं दे रहा हरामी गांडू साथ इसके चमचे – पी के गुप्ता , जे पी शर्मा मनोज ठाकुर राभुनाथ सिंह हनुमान तिवारी अरे साले चमचो कुत्तो के मौत मरोगे हरमज़ड़ो अपने हे साथियो के पेटपर लत मार रहे हो गांडूओ तुम्हरे भी साथ एक दिन आएसा होगा ये साला कुत्ता गुलाब कोठारी किसी का नहीं हो सकता है
    साला अपने आप को बहुत जैंस धर्म का समर्थक बनता है साले तू सही मने मैं हरिजन तेरा न तो को धर्म और न ही ईमान हैं साले तूने ने भगवन महावीर के सन्देश जीयो और जीने दो का खुला मजाक बना रखा है गांडू जीयो और मत जीने दो सुधर जा बरना कुत्ते के मौत मरेगा साले

  3. ramsihg

    April 21, 2015 at 5:31 am

    अरे साले मादरचोद सम्पादकिय मैं अपने मुँह अपनी तारीफ करा रहा हरामजादा गांडू ये बी तो छाप हरामी की जब बकील अवं पतरकारो ने तेरे से वेज बोर्ड के विषय मैं पूंछा तो कुत्ते तेरे जवान क्यों बंद हो गयी थी भोषड़ी के गद्दार गांडू रांडवज दरुडिया नयपालिको को संपादक से सीधे बात करनी चाहीये
    अरे साले हरमै गद्दार कुत्ते सूअर के औलाद मादरचोद तू क्या सुप्रीम कोर्ट से बड़ा है हरामजादे गधे चोर दुद्निया की बे नमी संपत्ति हड़प कर अपने आप को बहुत बड़ा ईमानदार बनता कुत्ते
    कनाडा मैं जो सपती खरीदी है वो क्या तेरा बाप खरीद कर रख गया गांडू आखिर ये सब कर्मचारियोे की म्हणत का ही तो परिणाम हैं साले
    जब तो अपने बड़े भाई के ही नहीं हुआ तो मादर्चोएड गांडू कर्मचारियोे का कैसे होगा हरामजादे कुत्ते लन्दन मैं जो होटल चालू किया है वह क्या तेरा बाप खरीद कर रख गया था गधे सड़कछाप दो कोडी के आदमी बहुत बड़ा दूध का धुल बन रहा है
    अगर जरा भी शर्म बही हो और वास्तव मैं तू श्रद्धेय कुलिश जी के औलाद हा तो चुल्लू भर पानी मैं डूब मारा जा गांडू जैन धर्म का कलंकित चेहरा साल दुनिया को गया बांटता खुद नम्बर एक का चोर हैं

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