संसद में लाया जाएगा पत्रकार सुरक्षा कानून का प्रस्ताव
हरिद्वार। सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार पत्रकारों के हितों के प्रति पूरी कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून इस समय की जरूरत और मांग भी है। संसद के अगले सत्र में ही इससे संबंधित प्रस्ताव लाया जाएगा। डा. रमेश पोखरियाल निशंक रविवार की शाम हरिद्वार प्रेस क्लब के सभागार में आयोजित नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता बेहद गरिमामय मिशन है। तमाम चुनौतियों के बीच जिस तरह से पत्रकार अपने कर्तव्यों को अंजाम देते हैं, वह बहुत कम ही दिखाई देता है, लेकिन ब्लैक मेंलिंग करने वालों को वे पत्रकार नहीं मानते। ऐसे लोगों से पत्रकारों और पत्रकार संगठनों को भी बचने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों का देश की आजादी और उसके बाद विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अभी भी देश के समग्र विकास की महती जिम्मेदारी पत्रकारों के कंधों पर है। इस दिशा में सभी को सकारात्मक सहयोग करना है। उन्होंने कार्यकारिणी में लाए गए पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग के प्रस्ताव पर कहा कि यह बेहद जरूरी है। इस बारे में पत्रकार संगठनों से वार्ता कर वें संसद के अगले सत्र में ही इस आशय का प्रस्ताव लाने की कोशिश करेंगे। साथ ही उन्होंने आश्वासन समिति का अध्यक्ष होने के नाते आश्वासन दिया कि संसद में अभी तक पत्रकारों से संबंधित जो भी घोषणाएं हुई होंगी और उन पर अमल नहीं किया गया होगा, तो वे उनका अवलोकन कराकर उन्हें पूरी कराएंगे। एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रज्ञानंद चौधरी ने सरकार से पत्रकार हित में प्रभावी कदम उठाने की मांग की।
कहा कि दो दिनों की बैठक में जो भी प्रस्ताव पारित किए गए हैं उन्हें दिल्ली में केंद्र सरकार के साथ ही सभी राज्यों की सरकारों को भी भेजा जाएगा। राष्ट्रीय महामंत्री शिवकुमार अग्रवाल ने कहा कि सरकार जिस तरह से पत्रकारों के हितों की अनदेखी कर रही है। हम सभी को एकजुट होकर संघर्ष का बिगुल बजाना होगा। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी ने पत्रकार पेंशन सहित कई मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाने की मांग सरकार से की। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मदत्त शर्मा, प्रदेश महामंत्री रामचंद्र कन्नौजिया, प्रेस क्लब के महामंत्री ललितेंद्र नाथ, कार्यक्रम के संयोजक देवेंद्र शर्मा, सह संयोजक धर्मेंद्र चौधरी, जिला महामंत्री राहुल वर्मा, आदेश त्यागी, रामेश्वर दयाल शर्मा, आशीष मिश्रा, दीपक नौटियाल, संजय रावल आदि ने भी विचार रखे। बैठक में पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री रतन दीक्षित, प्रसन्ना मोहंती,विवेक कुमार जैन, प्रबीर चौधरी, सुशील त्यागी, संतोष भगवन, अजय कुमार, राजेश मिश्र, शिवमनोहर पांडेय आदि पदाधिकारियों को कुमार दुष्यंत, जयपाल सिंह, कुमकुम शर्मा, प्रतिभा वर्मा, संदीप रावत, दिनेश भारद्वाज, सुरेंद्र बोकाडिया, सतीश गुजराल, विजय शर्मा, शिवकुमार शर्मा, शिवा अग्रवाल, विवेक शर्मा, अश्विनी बिश्नोई आदि ने स्वागत किया। संचालन देवेंद्र शर्मा ने किया।
निष्पक्ष पत्रकार एवं पत्रकारिता है समाज का दर्पण – सुदर्शन भगत
इससे पहले नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) की दो दिवसीय कार्यसमिति का भारत सेवाश्रम संघ के प्रांगण में उदघाटन केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने दीप प्रज्जवलित करके किया। उदघाटन समारोह की अध्यक्षता दक्षिण काली मंदिर पीठााधीश्वर मं0 मं0 स्वामी कैलाशानंद ब्रहमचारी तथा संचालन एन यू जे के जिला अध्यक्ष राजेश शर्मा, पत्रकार अमित शर्मा ने किया। देश के 25 राज्यों से आये एन यू जे के प्रतिनिधियों एवं शहर के गणमान्य नागरिकों को सम्बोधित करते हुए केंदीय जनजाति कल्याण मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि एन यू जे की कार्यसमिति में देश की वर्तमान सामाजिक आर्थिक, राजनैतिक और आन्तरिक गतिविधियों पर चर्चा होगी जिससे सकारात्मक, रचनात्मक विचार निकलेंगे। देश में स्वस्थ पत्रकारिता के माध्यम से सकारात्मक माहौल बन रह है।
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि समाज का मार्गदर्शन करने का काम पत्रकारिता करती है। सकारात्मक सोच के साथ सृजन का कार्य स्वस्थ पत्रकारिता ही कर सकती है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज के मार्गदर्शक और समाचार सत्र समाज का दर्पण हाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एन यू जे की राष्ट्रीय कार्यसमिति में आये प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि निष्पक्ष स्वार्थरहित पत्रकारिता ही स्वस्थ समाज का आधार है। आपातकाल में पत्रकारों ने जो उ़च्च मापदण्ड स्थापित किये थे वह पत्रकारिता के उच्च आयाम हैं। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने पत्रकारो के हित में उत्तराखंड सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए सरकार के संकल्प को दोहराया। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में मं0 मं0 स्वामी कैलाशानंद ब्रहमचारी ने पत्रकारिता के आध्यात्मिक स्वरूप और उसके कल्याणकारी भाव को श्रीमदभागवत गीता, रामायण आदि के प्रसंगों के माध्यम से श्रोताओं तक पहुंचाया।