Nadim S. Akhter : अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके रेल मंत्री और गृह मंत्री को ये तस्वीर दिख जाए तो खाकी वर्दी पहनकर घूम रहे इस सिपाही को कम से कम एक साल के लिए सस्पेंड किया जाना चाहिए, ताकि महकमे के दूसरे अफसर-सिपाही सबक ले सकें. साथ ही विभाग के सभी कर्मचारियों के लिए तत्काल एक ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया जाना चाहिए ताकि अपने आका यानी जनता से सलूक करने का तरीका वो सीख सकें. कहते हैं कि कांग्रेस और गठबंधन सरकार को झेल-झेल कर ये देश थक चुका है. अब मोदी जी से देश को बहुत उम्मीदें हैं. ट्रेन की हवा से बिजली बाद में बन जाएगी, पहले जो जिंदा इंसान हैं, उन्हें तो इस देश में सम्मान से जीने का हक दिलाइए प्रधानमंत्री जी !!!
पत्रकार नदीम एस. अख्तर के फेसबुक वॉल से. उपरोक्त स्टेटस पर आए कुछ कमेंट्स इस प्रकार हैं…
Rajeev Ranjan Jha यह तस्वीर अखिलेश यादव को भेजिए। अभी पुलिस राज्य सरकार के ही अधीन है।
Kr Ashok S Rajput नदीम भाई, यह उप पुलिस कर्मी है, DG उप पुलिस ऒर ADG जीआरपी ही कार्रवाही कर सकते है, GRP राज्य सरकार के ही अधीन है, PM ऒर रेल मंत्री की जरूरत नही पड़ेगी ….
Nadim S. Akhter भाई Kr Ashok S Rajput, मैं भारत का आम आदमी हूं. पढ़ा-लिखा भी नहीं हूं. मुझे नहीं पता कौन सी सेना और कौन सी पुलिस किसके अधीन है. संविधान का कौन सा विषय केंद्र सूची में है, कौन सा राज्य सूची में और कौन सा समवर्ती सूची में. मैंने तो दिल्ली में नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा को वोट दिया है, अच्छे दिन लाने के लिए. वे पीएम हैं, देश के अभिभावक हैं. रास्ता निकालें, संज्ञान लें.
Rajeev Ranjan Jha नरेंद्र मोदी इस मामले में हस्तक्षेप करें, इसके लिए सबसे पहले उन्हें यूपी सरकार को बर्खास्त करना होगा। कर ही देना चाहिए!
Nadim S. Akhter भाई Rajeev Ranjan Jha जी, मोदी जी क्या करें, ये तो मैं नहीं बता सकता. रास्ता उन्हें निकालना होगा. संसद में उनका बहुमत है. देश में पुलिस सुधार के कई आयोग बने और सबकी रिपोर्ट धूल चाट रही हैं. सरकार कानून बनाए, पुलिस में सुधार लाए. सिस्टम बदले, हम आम नागरिक यही तो चाहते हैं. अब क्या अखिलेश और क्या मोदी. हमारे लिए तो दोनों माई-बाप हैं. हमने दोनों को वोट दिया था.
अगर हमने अंग्रेजों के पुलिस सिस्टम को हूबहू उठाकर अपना लिया, तो ये गलती हमारी है. उन्होंने ये पुलिस हम पर राज करने के लिए बनाई थी. जनता की सेवा के लिए नहीं.
ब्रिटने की पुलिसिंग देखिए. वहां बीट कॉन्स्टेबल बुजुर्ग नागरिकों को बस स्टॉप से घर तक छोड़ने के लिए भी जाता है और स्कूल से आ रहे बच्चों को जरूरत पड़ने पर घर तक ड्रॉप भी कर देता है. वो नागरिकों से -सर- करके बात करती है, उनको सम्मान देती है. हमारी पुलिस की तरह सीधे मां-बहन की गालियों से श्रीगणेश नहीं करती.
Rajeev Ranjan Jha आपकी बात से पूरी तरह सहमत। लेकिन अभी जो व्यवस्था है, उसमें पुलिस पर मोदी राज नहीं चलता। पुलिस सुधारों की जो बात होती रही है, उसमें कभी ज्योति बसु ने भी पलीता लगाया था।
Nadim S. Akhter इस देश के गणतंत्र में पलीता किस-किस ने और कहां-कहां नहीं लगाया है. आजादी के बाद 2-3 साल तक भी अगर बापू जिंदा रह जाते तो शायद कह देते कि ये वो आजादी नहीं है, जिसके लिए मैंने भारत के लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी.
Subhash Sharma Nadim Bhai Mahan Karanti kari Durga Bahbi ne 1986 me ek interview me mere se khud kaha tha ki hame aajadi meli kahan?
Imran Mohd nadeem sb. is baat se main bhi sehmat huin k why always curse or point on modi. (disclaimer : I m not modi supporter)
Madhurendra Sinha Ia police Zulm ke khilaaf awaaz uthani chahiye
Sunny Khan bhai koi nahi dekh raha na bjp na rss na sp na bsp
Suresh Gandhi gundaraj hai
Brijendra Dubey bahut sharmnaak