अरुण दीक्षित-
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार किसानों को बिजली के बिलों के जरिए लूट रही है। विभाग के अफसरों ने किसानों को बिना बताए उनका लोड बढ़ा दिया है।जिस किसान ने साढ़े सात हॉर्स पावर का कनेक्शन लिया था उसे साढ़े बारह हॉर्स पावर का बिल दिया जा रहा है। बिजली विभाग के अफसर सुनने को तैयार नही हैं।किसानों को खुलेआम लूटा जा रहा है।
कुछ ऐसी ही व्यथा मेरी भी है। जीडीए द्वारा पत्रकारों को आबंटित प्लॉट पर एक छोटा सा मकान बनवा कर रहता हूं। दो किलो वाट का लोड वाला मीटर लगवा रखा था। बिजली विभाग ने बिना किसी सूचना के लोड बढ़ाकर 5 किलो वाट कर दिया।
पहले तो बहुत दिन तक पता ही नहीं चला लेकिन जब बिल लगातार ज्यादा आने लगा तो पता किया। तब बिजली विभाग की यह कारिस्तनी पता चली। मैंने जब बिजली विभाग से संपर्क किया तो मुझे समझा दिया गया कि आगे आपका लोड बढ़ेगा ही इसलिए चलने दें।
अब हालत यह है कि मेरा बिजली का बिल पूरी कालोनी में सबसे ज्यादा आता है। अक्टूबर महीने में तो दस हजार से ज्यादा का बिल भेज दिया। संपर्क करने पर एसडीओ ने कहा कि बिल जमा करा दीजिए बाद में जांच कराकर ठीक कर देंगे। पर हुआ कुछ नहीं। पिछले महीने फिर करीब चार हजार का बिल आया।
मैंने फिर एसडीओ से बात की। उन्होंने कहा कि चेक मीटर लगवा लीजिए। उससे पता चल जाएगा कि आपका मीटर कहीं तेज तो नहीं चल रहा। बताया तीन सौ रुपए की रसीद कटेगी। लेकिन रसीद कटवाने गया तो पांच सौ की कटी। रसीद कटे भी एक हफ्ता हो गया पर आजतक चेक मीटर नहीं लगा। अगर कोई बता सके तो बताए कि बिजली विभाग की इस मनमानी को कैसे ठीक किया जा सकता है।