भोपाल : पीपुल्स ग्रुप अपने अखबार ‘पीपुल्स समाचार’ के कर्मचारियों को मजीठिया वेतनमान नहीं देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है। साथ ही केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर रहा है। कोर्ट के आदेश के बाद कई अखबार कर्मचारियों को मजीठिया वेज बोर्ड के अनुसार वेतन देने के लिए विवश होते जा हैं। यह अलग बात है कि उनमें कुछ कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इसलिए कई कर्मचारी कोर्ट पहुंच गए हैं।
पीपुल्स ग्रुप तो सीधे कोर्ट और केंद्र के आदेश को नहीं मान रहा है। यहां पुराने कर्मचारियों को मजीठिया वेतनमान न देकर उन्हें हटाने की कोशिश की जा रही है। अखबार इसके लिए नए कर्मचारियों के लिए रोजाना अपने ही अखबार में विज्ञापन निकाल रहा है।
पीपुल्स ग्रुप इन दिनों व्यापमं और डीमेट की जांच सीबीआई के पास जाने से भी घबराया हुआ है। उसे डर है कि इसके छींटे उसके ऊपर भी आ सकते हैं। मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एडमिशन को लेकर उस पर हर्जाना हो चुका है। इसके बावजूद वह पत्रकारों से भी जालसाजी करने से नहीं चूक रहा है। अखबार कई कर्मचारियों को पिछले दो माह में निकाल चुका है, जिसकी पीएमओ तक शिकायत पहुंच चुकी है।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित