Mohammad Anas : हिंदी पत्रकारिता (प्रिंट) में उल्लेखनीय कार्य हेतु प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवार्ड से Priyanka Dubey को सम्मानित किया गया है। दो बैच सीनियर और बेहद जुझारू एंव स्टोरी के लिए जंगल बीहड़ एक कर देने वाली यह पत्रकार वाकई में आज उस मुकाम पर है जहां अवार्ड वगैरह मायने नहीं रखते। बगिया की चाय हो या स्कूटी के पीछे बैठ कर बड़ी लेक किनारे घूमना, थियेटर या फिर क्लास में धड़ाक से घुस कर ‘अख़बार लिया करो, किताब पढ़ा करो’ की धमकी।
मोटे और गोल चश्में, बेतरतीब से बिखरे बाल, किसी भी चीज़ का कोई नियत स्थान न देनी वाली यह लड़की आज उन चुनिंदा स्टोरी वाली पत्रकार है जिसे करने के लिए लोग दो सौ बार सोचते हैं। इतने अवार्ड मिल चुके हैं इन्हें कि मुझे भी नहीं याद। तहलका मैगजीन से इस्तीफा देकर फ्रीलांस लेखन कर रहीं हैं। एक बार ज़ोरदार तालियों से इनका स्वागत किया जाए।
पत्रकार और एक्टिविस्ट मोहम्मद अनस के फेसबुक वॉल से.