Mohammad Anas : स्क्रॉल ने की शर्मनाक हरकत। अंग्रेजी वेबसाइट स्क्रॉल ने इस्लामोफोबिक होते हुए बालेंदु स्वामी के नास्तिक मिलन प्रोग्राम पर हुए हमले में मुसलमानों के शामिल होने की फर्जी ख़बर बनाई। कार्यक्रम में शामिल होने आए नास्तिक मित्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तथा दो प्रमुख एवं प्रतिष्ठित समाचारपत्रों के संवाददाता मित्रों के अनुसार वहां सिर्फ बजरंग दल/ विश्व हिंदू परिषद तथा लोकल हिंदू धार्मिक संत एवं जनता ने विरोध प्रदर्शन तथा मारपीट की।
Tag: anas
जागरण ने जो कूड़ा देश में फैलाया है उसके सामने यह कूड़ा कुछ भी नहीं
Mohammad Anas : सोनभद्र, उत्तर प्रदेश से भी निकलता है दैनिक जागरण. इस अखबार ने दिसंबर 2015 से लेकर जनवरी 2016 तक लगातार साठ दिन तक शहर में मौजूद बूचड़खाने के खिलाफ कैम्पेन चलाया. वह बताता है कि बूचड़खाने से शहर का माहौल ख़राब होता है. हर रोज़ तीन चार हिन्दू नाम वाले व्यापारियों की तस्वीर लगा कर उनके मत प्रस्तुत करता है. कभी भाजयुमो से प्रदर्शन करवाता तो कभी विहिप से. फर्जी विरोध प्रदर्शन को अच्छा स्पेस देता. हवा बनाता है.
आज तक की वेब टीम ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी को करा दिया गिरफ्तार, विरोध में सोशल मीडिया पर चला अभियान
Mohammad Anas : ये देखिए आज तक की वेब टीम का कमाल। आज तक की वेब टीम में काम कर रही मोनिका शर्मा, ने अमरोहा की एक ख़बर लगाई है जिसमें उसने मोहम्मद शमी की फ़ोटो लगाते हुए लिखा है कि पशु तस्करी में भारतीय क्रिकेटर शमी पकड़े गए। लेकिन जब आप लिंक पर चटका लगा कर ख़बर पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि शमी नहीं बल्कि उनका भाई पकड़ा गया है। वैसे भी वेब वाले हिट्स पाने के लिए साथ काम कर रही महिलाओं का ही फ़ोटो और वीडियो डालते रहे हैं लेकिन यह पहली बार हुआ है कि मोनिका शर्मा ख़ुद ही इस नीच हरकत में कूद पड़ीं। मोनिका शर्मा कौन है यह मुझे नहीं पता। आज तक की वेब टीम की नीचता को मुँह तोड़ जवाब देने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में इसे शेयर करें।
साथियों, मुनव्वर राना से बच कर रहिए!
Mohammad Anas : मशहूर क्रांतिकारी शायर और गजब की अदा से अशआर पढ़ने वाले मुनव्वर राना साहब ने कहा है कि अगर नरेंद्र भाई मोदी कहेंगे तो वे उनका जूता भी उठाने को तैयार हैं। ये लीजिए, एक और जीतनराम मांझी आपके सामने आ गए। इट्स ओके राना साहब, चिल कीजिए। हो जाता है। लेकिन हम लोगों से यह नहीं हो पाता है इसलिए आप पर हम लोग तो बात करेंगे। तो साथियों, मुनव्वर राना से बच कर रहिए। टीवी ने उन्हें अब तक के साहित्यिक प्रतिरोध का हीरो बना दिया है। यह जानबूझ कर किया गया है क्योंकि हममें से ज्यादातर लोग जानते हैं कि भाजपा से उनके बहुत करीबी रिश्ते रहे हैं। इस बार उन्हें साहित्य अकादमी अवार्ड मोदी सरकार के कहने पर मिला था।
भाजपाई कब तक मुसलमानों और दलितों के लिए कुत्ता और कुत्ते के बच्चे जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते रहेंगे?
(मोहम्मद अनस)
Mohammad Anas : हरियाणा में दो दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने पर रक्षा राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, ‘कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो सरकार ज़िम्मेदार नहीं होती।’ मंत्री जी कुत्ते के मारने पर किसी ने सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया, हम सब तो इंसानियत की हिफाजत करने में जानबूझ कर पीछे रहने वाली सरकार से सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब खत्म होगा हिंसा का सिलसिला। आखिर कब तक मुसलमानों और दलितों के लिए कुत्ता और कुत्ते के बच्चे का शब्द इस्तेमाल करते रहेंगे भाजपाई?
सपा से रामगोपाल यादव और अक्षय यादव को तुरंत निकाल देना चाहिए
Mohammad Anas : रामगोपाल यादव के बेटे और फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद अक्षय यादव पर इन्डियन एक्सप्रेस ने ख़बर लिखी है की उन्होंने यादव सिंह की कंपनी के शेयर खरीदे. अक्षय द्वारा शेयर खरीदते ही बर्खास्त यादव सिंह बहाल हो जाते हैं. यादव सिंह पर करोड़ों रुपए के गबन का आरोप है और यह संदेह जताया जाता है कि उन्होंने ऐसा सत्ता में शामिल लोगों के इशारों पर किया. रामगोपाल यादव, सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह के भाई हैं और अक्षय मुलायम सिंह के भतीजे. अब जब भतीजा फंसता हुआ नज़र आया तो बिहार में बीजेपी को वाकओवर दे आये नेता जी. पहले से पांच सांसद हैं आपके परिवार में, एक जेल चला जाता तो क्या बुरा हो जाता. कम से कम बिहार में ‘सेक्यूलर मोर्चा’ मजबूत तो रहता. भाई और भतीजा करप्शन करें और भुगते जनता? ये कहाँ का इंसाफ है? ये करप्शन बहुत महंगा पड़ेगा. लखनऊ मेट्रो पर भी बहुत भारी पड़ेगा. मुझे पता है बीजेपी के नेता अक्षय यादव के मामले में खामोश रहेंगे क्योंकि ‘डील’ बड़े नेताओं से हो गई है. फिर भी, परिवारवाद के चक्कर में समाजवाद के साथ साफ़ साफ़ अन्याय होते नहीं देखा जा सकता. रामगोपाल इस्तीफा दो, अक्षय यादव को जेल भेजो.
xxx
ओम थानवी के लिए एक लाख रुपये चंदा इकट्ठा करने की अपील ताकि वो फिर किसी कल्याण के हाथों एवार्ड न लें
Mohammad Anas : ओम थानवी जी की मदद की अपील —- दोस्तों, हम सबके बेहद प्रीय जनसत्ता के पूर्व सम्पादक ओम थानवी जी अब नौकरी से रिटायर हो गए हैं. उन्होंने केके बिरला फाउंडेशन द्वारा अपनी किताब के लिए बाबरी विध्वंस के आरोपी कल्याण सिंह के हाथ से एक लाख रुपए का पुरूस्कार लिया है. कल्याण न सिर्फ बाबरी विध्वंस के आरोपी हैं बल्कि उन पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए हेट स्पीच, दंगा भड़काने, घोटाले तक के आरोप लगे हुए हैं. जैसे तालिबान का मुल्ला उमर वैसे ही भाजपा के कल्याण सिंह. फेसबुक पर श्री ओम थानवी जी ने लिखा है कि पुरूस्कार लेने से मेरे दुश्मनों को दिक्कत हो गई है.
इंडिया टीवी का खर्चीला प्रोग्राम यानि मीडिया के भ्रष्टाचार पर कोई जुबान क्यों नहीं खोलता?
Mohammad Anas : INDIA TV पर जश्न का माहौल है। मौका है नाटकीय और पहले से तय सवाल जवाब वाले शो ‘आपकी अदालत’ के 21 साल पूरे होने के। हर क्षेत्र के दिग्गज मौजूद हैं। पूरे प्रोग्राम पर अमूमन कितना खर्च हो रहा है, यह मेहमानों की लिस्ट देख कर आप अंदाजा लगा सकते हैं। पैसे की बर्बादी पर क्या कोई चैनल टूटेगा या फिर आज़म की बग्घी और यादव सिंह की चटाई के नीचे छिपे नोट पर ही लोटपोट होना आता है? मीडिया के भ्रष्टाचार पर कोई ज़ुबान क्यों नहीं खोलता।
ऋतिक रोशन को पहचानने के लिए तीन लाख रुपए खर्च कर दिए!
Mohammad Anas : बैंग बैंग फिल्म में किसने निभाया है हीरो का किरदार. जल्दी से मैसेज करके बताइए और जीतिए एक टाटा सूमो कार. यह विज्ञापन एक चैनल पर आ रहा था. इलाहाबाद के एक लड़के ने खुद को महा ज्ञानी और सबसे झकास किस्मत का धनी समझ कर मैसेज किया- ऋतिक रोशन. कंपनी ने वापस फोन किया और कहा, मुबारक हो आप जीत गए टाटा सूमो. लेकिन उससे पहले आपको कागज़ी प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक लाख रुपए हमारे बताये बैंक अकाउंट में भेजना होगा.
भारत के मोदी पेड मीडियाकरों और पत्रकारों के ध्यानार्थ…. जरा अमेरिकी मीडिया की इस तथ्यपरक रिपोर्टिंग को भी देख-पढ़ लें
Mohammad Anas : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. भारतीय मीडिया ने मोदी के दौरे को त्यौहार की तरह मनाने का निर्णय लेते हुए बहुत से पत्रकारों को अमेरिका भेज दिया. कई बड़े मीडिया घराने मोदी की यात्रा को चौबीस घंटे की कवरेज तक दे रहे हैं. ऐसे में अमेरिका के दो बड़े मीडिया समूह में मोदी की अमेरिकी यात्रा पर चर्चा की कितने ख़बरे दिखाई जा रही हैं इसका पता लगाया जाना ज़रूरी हो गया है. भारतीय एंकर और रिपोर्टर पूरे अमेरिका को मोदीमय बता रहे हैं,ठीक वैसे ही जैसे पूरे भारत को मोदीमय बताते रहे हैं. लेकिन हक़ीकत ये है की मोदी से जुड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए सर्च इंजन में जा कर मोदी लिखना पड़ रहा है,आँखों के सामने ट्रेंड नहीं हो रही ख़बरें.
वो माखनलाल के वीसी बनाए ही इसलिए गए हैं ताकि नए मिथक गढ़ सकें….
Mohammad Anas : ताकि लोग यह न कहें कि हमने अपनी ज़िम्मेदारियों से मुंह मोड़ वह सब होने दिया जिसे नहीं होना चाहिए था… इसे ऐसे ही लिख रहा हूं… क्रांति नहीं समझिएगा क्योंकि जिस छोटी सी बात का निवेदन कर रहा हूं आगे, वह बहुत बड़ी बात नहीं है जो आपसे न हो सके. करने की कोशिश कीजिएगा..बस कोशिश… वहां बच्चों को पार्ट टाइम जॉब करने की मनाही है. कोर्स खत्म होने के बाद प्लेसमेंट नहीं है. रैगिंग हो रही है, यूनिवर्सिटी प्रशासन यूजीसी को फर्जी तौर पर कहता है कि एफआईआर हो चुकी है. नौकरियों में धांधली पिछले कई सालों से बिना रोक टोक के जारी है. कैम्पस के भीतर धार्मिक गतिविधियों से लेकर आरएसएस के पतलू, मोटू, छोटू, लम्बू सबका हैप्पी बड्डे धूमधाम से मनाया जा रहा है. वाइस चांसलर इतना चमत्कारी और विद्वान है कि उसके समकक्ष कोई दूसरा ज्ञानी ‘व्यापम के घोटालेबाज़ों’ को नहीं मिला और एक बार फिर से नौकरी बजाने और वीसी बने रहने की ज़िम्मेदारी दे दी गई.
रामनाथ गोयनका पाने वालीं प्रियंका इन दिनों ‘तहलका’ से इस्तीफा देकर फ्रीलांस लेखन कर रही हैं
Mohammad Anas : हिंदी पत्रकारिता (प्रिंट) में उल्लेखनीय कार्य हेतु प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवार्ड से Priyanka Dubey को सम्मानित किया गया है। दो बैच सीनियर और बेहद जुझारू एंव स्टोरी के लिए जंगल बीहड़ एक कर देने वाली यह पत्रकार वाकई में आज उस मुकाम पर है जहां अवार्ड वगैरह मायने नहीं रखते। बगिया की चाय हो या स्कूटी के पीछे बैठ कर बड़ी लेक किनारे घूमना, थियेटर या फिर क्लास में धड़ाक से घुस कर ‘अख़बार लिया करो, किताब पढ़ा करो’ की धमकी।
दैनिक जागरण मैनेजमेंट इस घटिया और अपमानजनक रिपोर्ट को अपने पोर्टल से तुरंत हटाए
Mohammad Anas : दैनिक जागरण के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले कुंठित वेब टीम की खोज. इस अखबार के पोर्टल पर उन अभिनेत्रियों की तस्वीर दिखाई जा रही है जो शादी से पहले प्रेग्नेंट हो गईं. हिट्स और लगातार हाइप में बने रहने के लिए पोर्टल्स में जिस तेजी से गिरावट आ रही है वह चिंताजनक है. न्यूज़ चैनल्स और अखबार की दुनिया में पोर्टल्स एक क्रांतिकारी पहल है जो खबरों को सुलभ और सहजता से हम तक पहुंचाता है लेकिन इसकी आड़ में ‘सॉफ्ट पोर्न’ परोसने वाले लोग निजता और सम्मान के प्रति न तो जवाबदेह हैं और न ही गंभीर.
रजत शर्मा की नाक के नीचे चलता रहा यह सब सिलसिला…
Mohammad Anas : तनु शर्मा से कभी मिला नहीं पर उनकी छोटी बहन मेरी दोस्त है. तनु ने अपनी मेहनत और लगन के बदौलत न्यूज़ एंकरिंग में छाप छोड़नी शुरू ही की थी कि इण्डिया टीवी में कार्यरत अनीता शर्मा तमाम तरह से उसे परेशान करने लगी. तनु को लोकसभा चुनाव के दौरान न तो एक बुलेटिन दिया जाता है पढ़ने के लिए और न ही किसी और तरह के काम में शामिल किया जाता है. जब कभी एंकरिंग करने का मौका मिलता तो उसमे भी अनीता शर्मा नुस्ख निकालती और सबके सामने बेइज्जत करती. यह सब सिलसिला रजत शर्मा के नाक के नीचे चलता रहा पर रजत ने एक बार भी इस मामले में हस्तक्षेप करके एक होनहार और ईमानदार एंकर की मदद की पहल न करते हुए अनीता शर्मा और उन जैसों को अपना समर्थन देता रहा.