Ved Ratna Shukla : वर्मा जी को राम-राम कहलवा भेजिएगा… सरकार बहादुर कहिए तो आपके चरणों में लोट जाऊं… क्या धांसू काम किया है. मन कर रहा है नाचूं! सरकार बहादुर ने दो कौड़ी के पत्रकारों के लिए मशीनरी टाइट कर दिया. गजब! महिलाओं के लिए भी हेल्पलाइन शुरू की थी आपने. यकीन मानिए तबसे महिलाएं रातभर पैदल, स्कूटी से अकेले-दुकेले घूम रही हैं एकदम निश्चिंत-महफूज. आपके इकबाल से उनकी तरफ अब कोई आंख उठाकर देखता भी नहीं. वो कहते हैं न कि यही तो रामराज है. हालांकि मोहनलालगंज.
दरअसल, कुछ भूले+भटके गडबड़ हो गई तो देखिए शुरू कर दी न आपने हेल्पलाइन चटपट. इसी को अखिलेश सरकार कहते हैं. आपकी सरकार की हेल्पलाइन शैतान है हुजूर! बुरा मत मानिएगा. मुआफी माई-बाप. मैंने तो ‘शैतान को याद किया शैतान हाजिर’ वाली कहावत कही है. अब आप बाहर पढ़े लिखे हैं तो सोचा अगर समझ न पाए तो मेरी तो चमड़ी खींच ली जाएगी. जगेन्द्र याद आ गए साहब इसी वकत. मैं भी उन्हीं की बिरादरी का तो समझ लीदिए कि हेल्पलाइन याद आ रही है. वैसे ऊ वर्मा जी को मेरा राम-राम कहलवा भेजिएगा.
नोएडा से लेकर गोरखपुर तक कई न्यूज चैनलों और अखबारों में काम कर चुके पत्रकार वेद रत्न शुक्ला के फेसबुक वॉल से.