सुप्रभात मित्रों
कल पूरा दिन बस्तर क्षेत्र मे रहे जहां मोबाइल नेटवर्क लगभग शून्य था। इस वजह से सम्पर्क हीन रहे। परसों रात एक गेस्ट हाउस में के. विक्रम राव से मेरी कहासुनी हो गई। बात समिति के चुनाव में वोट देने के लिए नहीं आने पर शुरू हुई थी और मैंने कहा कि आप और आपके बेटे ने अवैध समिति का साथ दिया। राव को पता था कि सोमवार को होनेवाली कार्य समिति की बैठक में मैं फेडरेशन में उनकी धांधली का खुलासा करने वाला हूं और कई प्रमुख पदाधिकारी मेरे साथ हैं तो उसने रायपुर की निरंजन धर्मशाला में शराब की बोतलें मिलने का विषय छेड़ दिया।
मैंने कहा कि यह सवाल मुझसे पूछने का क्या मतलब है। जो लोग वहां रुके या फेडरेशन की बैठक में आए थे, उन्हें बुलाया तो आपने था। मैं, कलहंस और परमानन्द पाण्डेय तो आक्टोपस होटल मे रुके हुए थे और कभी धर्मशाला के कमरों को देखा तक नहीं है। राव साहब गरम हो गये तो मैंने भी सख्त जवाब दिया। विश्व देव बीच में आकर चिल्लाने लगा तो मैंने डपट दिया। राव ने कहा कि पुलिस बुलाओ तो मैंने कहा कि डीएम और चीफ मिनिस्टर भी बुला लो। इतनी सी बात को इसके लड़के ने इस तरह से दुष्प्रचार किया है। घटना के बारे में वहा पर मौजूद परमानंदजी हसीब भाई व अन्य से भी जानकारी ली जा सकती है। राव साहब का बेटा संगठन के किसी भी पद पर न होने के बाद भी इसे अपनी जागीर की तरह समझता है और लोगों पर हुक्म चलाने का काम करता है। कल चित्रकूट के घाट पर हुई बैठक में जब राव को लोगों ने फर्जी तरीके से काम करने चुनाव कराने व अन्य फरजीवाडे पर हमला किया तो तिलमिलाहट में उसके बेटे ने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार फैलाने का काम और तेज कर दिया।
साथियों
बीते 30 साल से पत्रकारों के संगठन आईएफडब्लूजे पर काबिज मीडिया माफिया, तानाशाह, के विक्रम राव और उसके बेटे ने रायपुर में हुए अधिवेशन में पहले तो आयोजकों से हवाई टिकट वसूला और और बाद को चुनाव में (जहां राव फरजी तरीके से काबिज हो चुका है) संगठन में पारदर्शिता का सवाल उठाने वाले हेमन्त तिवारी पर र्अनगल आरोप लगा चरित्र हनन शुरु कर दिया। मित्रों यह हकीकत है कि खुद को खुदा समझने वाला राव जब अपनी कुुरसी पर खतरा देखता है तो बेहूदा प्रचार, प्रलाप और चरित्र हनन के काम करना शुरु करता है। और रायपुर से चलाये गए एक सन्देश में इसने अपने बेटे के साथ मिल कर यही किया. मगर अब इसके पाप का घड़ा भर चुका है और इसके कारनामो के खुलासे एक के बाद एक होंगे. ताजा मामला रायपुर अधिवेशन का है जहां निरंजन र्धमशाला में प्रांत के मुख्यमंत्री रमन ने सम्मेलन का उद्घाटन किया और तुरंत लोगों को 400 किमी दूर चित्रकोट वाटरफाल के लिए रवाना किया गया।। रास्ते में फरसगांव के विश्रामगृह में चंद लोगों के लिए भोजन का इंतजाम था जहां पहुंचते ही राव के बेटे विश्वदेव ने हेमंत तिवारी से कहा कि यहां खाना कम है। भोजनकक्ष में हेमंत तिवारी को राव ने जलील करने का प्रयास किया जिसका पुरजोर प्रतिवाद हुया।
वहां उपस्थित यूपी और अन्य राज्यों के पत्रकारों के पुरजोर विरोध के बाद खुद को कमजोर पा राव बाहर निकल गया वही उसका पत्नीपीडक़ पुत्र विश्वदेव हेमंत पर हमले के अंदाज में झपटा। विश्वदेव को लोगों ने उसकी पत्नी के केस की याद दिलायी जहा उसकी मां, बाप को हेमन्त तिवारी पुलिस सुरक्षा दिलवाते थे। विश्वदेव ने अपनी नवविवाहिता पत्नी को प्रताड़ित कर के घर से निकाल दिया था जिसके बाद विक्रम राव के गिडगिड़ाने के बाद हेमंत ने उसकी मदद की थी. रायपुर अधिवेशन में आईएफडब्लूजे की र्कायसमिति की बैठक चित्रकोट में 14 सितंबर को शाम 4 बजे शुरु हुयी। कार्यसमिति की बैठक में फिर से के विक्रम राव ने एक दिन पहले फरसगांव में हुयी घटना को उठाते हुए हेमंत पर हमला बोला। राव के इस मुद्दे पर घटना पर मौजूद लोगों ने एक स्वर से हेमंत को बेदाग, बेकसूर बताया और राव के द्वारा जिन लोगों पर हेमंत से अभद्रता का आरोप है उनके नंबर हसीब सिद्दीकी 9839036724, परमानंद पांडे 0986812177033 अकील 8004739001 आदि से जानकारी ली जा सकती है। राव के इस हरकत से छुब्ध पत्रकारों ने ठीक अगले दिन र्कायमिति की बैठक में राव के फर्जीवाडो का खुलासा करना शुरू कर दिया । परमानंद पांडे ने साफ कहा कि राव अब तक अवैध तरीके से अध्यक्ष बना रहा है। फेडरेशन के चुनाव के लिए बनाया गया सीआरओ तो संघ का मेंबर तक नही था। सीआरओ ने गलत तरीके से यूपी की मेंमबरशिप पर सवाल उठाए। र्कायसमिति ने हेमंत को क्लीन चिट देते हुए राव को कई मामलों में कटघरे में खड़ा किया। पत्रकारों के इस रुख से खिसियाये विक्रम राव ने माफ़ी मंगाते हुए अंत में मथुरा में मिलने का वादा करते हुए बैठक खत्म कर दी।
मूल खबर:
आईएफडब्ल्यूजे के नेताओं ने किया रायपुर में नंगा नाच, हेमन्त-कलहंस की करतूत से पत्रकार समुदाय शर्मसार