Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

बहुत कम उम्र में रवीश तिवारी को Indian Express जैसे प्रमुख अखबार का नेशनल ब्यूरो चीफ बनने का मौका मिला था!

उर्मिलेश-

Indian Express के नेशनल ब्यूरो चीफ Ravish Tiwari नहीं रहे. वह 40 वर्ष के थे और जून, 2020 से ही कैंसर से जूझ रहे थे. Ravish को वर्षो पहले मैने संसद-सत्रों के दौरान संसद-भवन परिसर में देखा था. युवा पीढ़ी के पत्रकारों में वह बेहद सक्रिय, प्रतिभावान और गतिशील थे.

Advertisement. Scroll to continue reading.

निजी तौर पर तो खास नहीं, पर उनकी खबरों और आलेखों से मैं उन्हें अच्छी तरह जानता था. बहुत कम उम्र में उन्हें Indian Express जैसे प्रमुख अखबार का नेशनल ब्यूरो चीफ बनने का मौका मिला. उन्होने दक्षतापूर्वक उस भूमिका को निभाया. पर ज़िन्दगी ने साथ नहीं दिया और एक प्रतिभावान पत्रकार का असमय निधन हो गया. दिवंगत को हमारी सादर श्रद्धांजलि और परिवार के प्रति शोक संवेदना.



रंगनाथ सिंह-

आज सुबह-सुबह यह दुखद खबर मिली कि इंडियन एक्सप्रेस के नेशनल ब्यूरो चीफ रवीश तिवारी नहीं रहे। एक्सप्रेस में उनके प्रोफाइल की वजह से लगता था कि वो हमसे काफी सीनियर होंगे। आज उनकी श्रद्धांजलि में छपे लेखों से पता चला कि उनकी उम्र महज 40 साल थी।

वो देवरिया के साधारण परिवार से थे। नवोदय विद्यालय से पढ़कर आईआईटी बॉम्बे पहुँचे और फिर रोडस स्कॉलरशिप पर आक्सफोर्ड गये। आकर पत्रकारिता की। सोशलमीडिया के दौर में भी रवीश जी ओल्ड-स्कूल पत्रकारों की तरह थे। बड़ी उपलब्धियाँ और बड़े लोगों से सीधे सम्पर्क के बावजूद पेशेवर तौर पर ईमानदार, विनम्र और खुशमिजाज।

Advertisement. Scroll to continue reading.

उनसे किसी तरह का निजी परिचय नहीं था फिर भी जब से खबर सुनी है, मन बहुत भारी है। ऐसा लग रहा है जैसे मृत्यु आसपास ही कहीं है, न जाने कब हमारा दरवाजा खटखटा दे। हार्दिक श्रद्धांजलि!

पीयूष बबेले-

इंडियन एक्सप्रेस के ब्यूरो चीफ प्रिय मित्र रवीश तिवारी आज इस संसार से विदा हो गए। नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा, आईआईटी मुंबई से ग्रेजुएशन फिर ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई और उसके बाद पत्रकारिता।

Advertisement. Scroll to continue reading.

इतनी कम उम्र में देश के सबसे प्रतिष्ठित पत्रकार में सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन। लेकिन कहीं कोई अहंकार नहीं, कोई अकड़ नहीं, गजब की शालीनता और सद्भावना।

आज जब उनकी मृत्यु की खबर सुनी तो उसके ठीक पहले मैं किसी से उन्हीं का जिक्र कर रहा था। खबर सुनकर वाकई पांव तले जमीन खिसक गई। हम अफसोस के सिवा क्या कर सकते हैं। अलविदा रवीश भाई।

Advertisement. Scroll to continue reading.
1 Comment

1 Comment

  1. विजय सिंह

    February 20, 2022 at 3:51 pm

    बहुत दुखद। भावभीनी श्रद्धांजलि।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement