रायबरेली। विरासत में मिली फोटोग्राफी को संभालने वाले फोटोग्राफर संजय दीक्षित का शनिवार की सुबह हृदयगति रूक जाने की वजह से निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही उनके आवास पर जिले गणमान्य लोगों का अंतिम दर्शन के ताता लग गया। उनके निधन पर पत्रकारों ने शोक जताते हुए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
विनोबा भावे के भूदान आंदोलन से जुड़े रहे बद्री प्रसाद दीक्षित अपने समय में जाने-माने फोटोग्राफर थे। वह अपने समय में दैनिक जागरण अखबार के फोटोग्राफर भी थे। उन्हीं की विरासत को उनके बड़े बेटे संजय दीक्षित ने संभाला और करीब 15 साल तक दैनिक जागरण अखबार में फोटोग्राफर रहे।
दैनिक जागरण से हटने के बाद संजय दीक्षित 2014 में श्री टाइम्स के जिला ब्यूरो प्रभारी बनाए गए थे। वह वर्तमान समय में रायबरेली मीडिया क्लब के उपाध्यक्ष भी थे। वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। आज सुबह भी वह डाक्टरों को दिखा कर घर लौटे थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। अस्पताल ले जाया गया तो डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 52 वर्षीय संजय दीक्षित अपने पीछे तीन बेटियां और पत्नी छोड़ गए है।
रायबरेली मीडिया क्लब के अध्यक्ष आरबी सिंह, महामंत्री संजय मौर्य और प्रेस मीडिया क्लब के अध्यक्ष प्रेम नारायण द्विवेदी, उपजा अध्यक्ष शिव मनोहर पाण्डेय आदि पत्रकारों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। कैबिनेट मंत्री मनोज पाण्डेय, एमएलसी दिनेश सिंह, विधायक रामलाल अकेला, नगर पालिका अध्यक्ष मो. इलियास, व्यापारी नेता बंसत सिंह बग्गा, डा. अल्ताफ हुसैन, शशिकांत शर्मा, एसजेएस स्कूल के पीआरओ मनोज शर्मा सहित अन्य नेताओं व समाजसेवियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।