क्या किसी राज्य में एक महिला अधिकारी का इतना दबदबा हो सकता है की जिसके चक्कर में 6 प्रशासनिक अधिकारियों का IAS अवॉर्ड रुका हुआ हो जो IAS पद के लिए एल्जबिल है .. हां ऐसा राज्य छत्तीसगढ़ है ..अब पूरी कहानी बताते हैं कि ये मामला क्या है ..छत्तीसगढ़ में पहले से IAS अधिकारियों की कमी है… उधर 2008 बैच के 7 पीसीएस अधिकारी जो IAS बनने के कगार पर हैं वो सालों से इंतजार में हैं कि कब उनका उद्धार होगा कब राज्य सरकार उनकी पीड़ा सुनेगी ..
छत्तीसगढ़ में राज्य प्रशासनिक सेवा 2008 बैच के 7 अधिकारी इस सूची में हैं.. आईएएस अवार्ड के लिए दो वर्ष पूर्व से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की सूची अबतक यूपीएससी में लंबित है..कारण है जेल में बंद एक पॉवर-फुल महिला अधिकारी का नाम भी इस लिस्ट में प्रस्तावित है.. पर यहां एक पेंच फंसा हुआ है… इन 7 अधिकारियों में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की करीबी माने जाने वाली एक पॉवरफ़ुल महिला अधिकारी का भी नाम IAS के लिए प्रस्तावित है ..ये महिला अब तक ED के शिकंजे से बाहर नहीं निकल पाईं हैं… उन पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं ..
इस सूची में वरिष्ठता के आधार पर संतोष देवांगन, हिना नेताम, अश्विनी देवांगन, रेणुका श्रीवास्तव, आशुतोष पांडेय, सौम्या चौरसिया और रीता यादव के नाम हैं..ये नियम है कि अगर डीपीसी के लिए प्रपोजल सबमिट होता है तो कैलेंडर ईयर बदलने या 6 महीने होने से पुनः निष्ठा प्रमाण पत्र राज्य सरकार को भेजना होता है ..
इस मामले में पहले सभी कैंडिडेट का ओके हो गया था पर इसी बीच ED छत्तीसगढ़ में आ धमकी ..और ED की एंट्री में मैडम भ्रष्टाचार के मामले में जेल चली गई .. उनके खिलाफ़ चार्जशीट दाख़िल हो गई.. मैडम की बेल कोर्ट से रिजेक्ट हो गई ..इस तरह और 6 महीने का समय निकल गया..सवाल यहां ये है कि अब मैडम की निष्ठा का प्रमाण पत्र कैसे भेजें ..? इसी चक्कर में बाकी के 6 अधिकारी भी लटके हुए हैं …
इसलिये छत्तीसगढ़ राज्य शासन से फ़ाइल आगे नहीं बढ़ पा रही है.. यदि यह फाइल आगे बढ़ जाये तो आईएएस अधिकारियों की कमी से जूझ रहे छत्तीसगढ़ को कम से कम फिलहाल 6 IAS तो मिल ही सकते हैं.. ये है एक पॉवरफ़ुल मैडम की हनक… छत्तीसगढ़ राज्य में उनका नही तो किसी का नही होगा IAS अवार्ड .. देखें इस संबंध में स्थानीय अख़बार में प्रकाशित खबर…