छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की खास अफसर सौम्या चौरसिया का जलवा ये था कि वे सरकार के खिलाफ लिखने बोलने वालों पर फर्जी धाराएं लगवा कर जेल भिजवा दिया करती थीं. आज सौम्या जब ईडी की गिरफ्त में हैं तो उन्हें सबसे ज्यादा डर मीडिया से ही लग रहा है.
सौम्या चौरसिया ने कोर्ट में तेरह पन्ने की अर्जी लगाकर मीडिया को कवरेज करने से रोकने की गुहार लगाई है. उन्होंने अपनी याचिका में उन मीडिया संस्थानों/ पोर्टलों का नाम भी लिखा है जिनकी कवरेज से उन्हें पीड़ा हो रही है.
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में सौम्या चौरसिया समेत कई आरोपियों की 152 करोड़ की चल-अचल संपत्तियों की जब्ती की है. प्रवर्तन निदेशालय ने ये कार्रवाई छत्तीसगढ़ कोल ट्रांसपोर्टिंग और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में की है. प्रवर्तन निदेशालय ने सूर्यकांत तिवारी की 65 प्रॉपर्टी को अटैच किया है. सौम्या चौरसिया की 21 प्रॉपर्टी और आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई की पांच प्रापर्टी को ईडी ने अटैच किया है.
सौम्या चौरसिया सीएम भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी हैं. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ अधिकारी सौम्या चौरसिया को 2 दिसंबर को ईडी ने गिरफ्तार किया था और रायपुर कोर्ट में उन्हें पेश किया गया था. ईडी ने कोर्ट से 14 दिन के लिए रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने केवल 4 दिन का ही रिमांड दिया था. इसके बाद 6 दिसंबर 2022 को सौम्या चौरसिया के साथ सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी,सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को भी कोर्ट में पेश किया गया.
उधर, सीएम भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति प्रेरित बताया है. देखें ये स्क्रीनशॉट-
देखें सौम्या चौरसिया की याचिका-
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