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‘मोदी भक्त’ चैनल एबीपी न्यूज को शाजी जमां ने अंतत: गुडबॉय बोल दिया

ABP न्यूज के संपादक रहे और अपनी जनपक्षधरता के लिए चर्चित शाज़ी ज़मां ने अंतत: इस्तीफा दे दिया है. नरेंद्र मोदी के पीएम बने के बाद एबीपी न्यूज के संपादक पद से शाजी जमां को हटाकर मिलिंद खांडेकर को बिठाया गया. शाजी जमां को एबीपी न्यूज की जिम्मेदारी से मुक्त कर समूह के क्षेत्रीय चैनलों की जिम्मेदारी दी गई थी. एक तरह से उन्हें साइडलाइन कर दिया गया. उसके बाद एबीपी न्यूज चैनल ने भगवाकरण के रंग में रंगने की जो बेचैनी और तेजी दिखाई, उससे पूरा मीडिया जगत दंग रह गया. एबीपी न्यूज अब मोदी भक्त चैनलों में शुमार किया जाता है.

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ABP न्यूज के संपादक रहे और अपनी जनपक्षधरता के लिए चर्चित शाज़ी ज़मां ने अंतत: इस्तीफा दे दिया है. नरेंद्र मोदी के पीएम बने के बाद एबीपी न्यूज के संपादक पद से शाजी जमां को हटाकर मिलिंद खांडेकर को बिठाया गया. शाजी जमां को एबीपी न्यूज की जिम्मेदारी से मुक्त कर समूह के क्षेत्रीय चैनलों की जिम्मेदारी दी गई थी. एक तरह से उन्हें साइडलाइन कर दिया गया. उसके बाद एबीपी न्यूज चैनल ने भगवाकरण के रंग में रंगने की जो बेचैनी और तेजी दिखाई, उससे पूरा मीडिया जगत दंग रह गया. एबीपी न्यूज अब मोदी भक्त चैनलों में शुमार किया जाता है.

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शाज़ी ज़मां ने पिछले हफ्ते अपने सहयोगियो को एक मेल लिखकर इस्तीफे की सूचना दी. शाजी जमां पिछले दिनों उपन्यास ‘अकबर’ को लिखा और इस कारण मीडिया वालों के बीच सुर्खियों में रहे. शाज़ी ने 1988 में करियर की शुरुआत दूरदर्शन में बतौर कॉरस्पॉडेंट की थी. तीन साल के लिए बीबीसी में प्रोड्यूसर होकर लंदन रहे. वे जी न्यूज के एडिटर रहे. आज तक में काम किया. फिर स्टार न्यूज में आए. उदय शंकर के जाने के बाद एबीपी न्यूज के ग्रुप एडिटर बने. शाजी जमां टीवी न्यूज चैनल्स की संस्था बीईए (ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन) के अध्यक्ष भी हैं.

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