हाथरस जिले में इन दिनों टीवी न्यूज चैनलों और समाचार पत्रों के रिपोर्टर भयातुर हैं। पिछले तीन महीनों में उनके चैनलों न्यूज़ 24, ज़ी न्यूज़, वर्ल्ड न्यूज़ इंडिया, समाचार प्लस और एपीएन न्यूज़ के अधिकारियों व समाचार पत्रों के नगर संवाद के संपादकीय विभागों से फोन प्राप्त हुए है कि अपने एसपी से जाके मिलें। सांकेतिक भाषा में निहितार्थ छुपे हुए हैं।
हाथरस में बैठकर सट्टे का बड़ा नेटवर्क ऑपरेट करने वाले सटोरिया चतुर्भुज गुप्ता उर्फ़ “चतुरा” के हत्थे चढ़ जाने के बाद बुलाई प्रेस वार्ता में इसी एसपी ने कहा कि चतुरा के साथ किन किन व्यापारियों, वकीलों, राजनेताओं और पत्रकारों से सम्बन्ध रहे हैं, की जांच चल रही है, दो दर्जन नाम सामने आये हैं। सबके नामों का शीघ्र ही खुलासा किया जायेगा। साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत चतुरा की संपतियां भी शीघ्र जब्त करने की कार्यवाही भी की जायेगी।
इस प्रेसवार्ता के बाद से टीवी न्यूज चैनलों के स्टिंगर और पत्रों के स्थानीय संवाद सूत्र और प्रतिनिधि दबाव में आ गये। कुछ समझदारों ने एसपी के इशारे को पढ़ लिया, जो नहीं पढ़ पाये उनको ऊपर से फोन करा के समझा दिया गया। न्यूज़ 24 के स्ट्रिंगर शम्मी गौतम को तोड़ा गया और चैनल में अधिकारी से अतिनिकट संबंधों के चलते उसकी माइक आईडी दूसरे को दिलवा दी गयी।
चतुरा की जमानत हो चुकी है। वो यथावत अपने कारोबार को निर्भय हो के मजबूती के साथ कर रहा है। उसके किसी सहयोगी जिनके नामों का खुलासा करने की डींगे एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने हाँकी थी, आज तक उन नामों का खुलासा नहीं किया गया है। क्यों? सभी की समझ से बाहर है। एसपी ने तब क्या क्या कहा था, जानने सुनने के लिए नीचे क्लिक करें:
हाथरस से वरिष्ठ पत्रकार विनय ओसवाल की रिपोर्ट. संपर्क: मो0 9837061661