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सुख-दुख

हिन्दुस्तान मेरठ के स्थानीय संपादक सूर्यकांत द्विवेदी को हार्ट अटैक

अखबारी दुनिया में स्ट्रिंगर से लेकर संपादकों तक के लिए बेवजह का तनाव, उत्पीड़न, शोषण और दफ्तरों का जहरीला माहौल जानलेवा साबित हो रहा है। दैनिक जनवाणी के उप-समाचार संपादक जयवीर सिंह तोमर, दैनिक जागरण के पूर्व मुख्य उप-संपादक सौरभ एन शर्मा की मौत को अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। अभी तक आरामदायक समझी जाने वाली हिन्दुस्तान अखबार की नौकरी भी अब जानलेवा बनती जा रही है।

<p>अखबारी दुनिया में स्ट्रिंगर से लेकर संपादकों तक के लिए बेवजह का तनाव, उत्पीड़न, शोषण और दफ्तरों का जहरीला माहौल जानलेवा साबित हो रहा है। दैनिक जनवाणी के उप-समाचार संपादक जयवीर सिंह तोमर, दैनिक जागरण के पूर्व मुख्य उप-संपादक सौरभ एन शर्मा की मौत को अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। अभी तक आरामदायक समझी जाने वाली हिन्दुस्तान अखबार की नौकरी भी अब जानलेवा बनती जा रही है।</p>

अखबारी दुनिया में स्ट्रिंगर से लेकर संपादकों तक के लिए बेवजह का तनाव, उत्पीड़न, शोषण और दफ्तरों का जहरीला माहौल जानलेवा साबित हो रहा है। दैनिक जनवाणी के उप-समाचार संपादक जयवीर सिंह तोमर, दैनिक जागरण के पूर्व मुख्य उप-संपादक सौरभ एन शर्मा की मौत को अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। अभी तक आरामदायक समझी जाने वाली हिन्दुस्तान अखबार की नौकरी भी अब जानलेवा बनती जा रही है।

पहले शून्य इन्क्रीमेंट होने और बिना वजह परेशान करने के कारण हिन्दुस्तान मेरठ के वरिष्ठ संवाददाता राजेश शर्मा ने जहर खा लिया था कि अब स्थानीय संपादक सूर्यकांत द्विवेदी को दिल का दौरा पड़ गया। हार्ट अटैक के बाद उन्हें जसवंतराय अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके पीछे अखबार की कलह को जिम्मेदार बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे वरिष्ठ स्थानीय संपादक अनिल भास्कर द्वारा सूर्यकांत द्विवेदी के साथ किए दुर्व्यवहार को जिम्मेदार माना जा रहा है।

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दोनों संपादकों के बीच चल रहे शीत युद्ध ने अखबार के माहौल को बुरी तरह से दूषित कर दिया है। इससे रिपोर्टर्स के लिए भी काम करना मुश्किल हो गया है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सूर्यकांत द्विवेदी अब अपने घर पर आराम कर रहे हैं।

 

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एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।

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0 Comments

  1. Divya Prakash

    September 5, 2014 at 3:44 am

    संपादक बनने के बाद तो सूर्यकांत ने अपने पुराने उन साथियों को पहचानना ही बंद कर दिया जो उनके समकक्ष तरक्की नहीं कर सके. ईश्वर उनको जल्दी स्वस्थ करे. हमारी तो यही दुआ है.

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