डेस्क पर काम करने वाले दो लोगों से इस्तीफा लिया गया है। इस काम को अंजाम देने आगरा से स्थानीय संपादक मनोज पमार अलीगढ़ गए। वहां के सम्पादक नीरज चौधरी व एचआर के साथ दोनों पत्रकारों से इस्तीफा लिखवा लिया।
सुशील पाठक पिछले 9 सालों से हिंदुस्तान अलीगढ़ में कार्यरत थे। हिंदुस्तान की अलीगढ़ में 2011 में हुई लॉन्चिंग से वह जुड़े थे। तब वह दैनिक जागरण छोड़कर हिंदुस्तान में आए थे। सीनियर पत्रकार थे। अलीगढ़ देहात के इंचार्ज थे।
उनके साथ ही डेस्क पर ओमप्रकाश भी पिछले साल से काम कर रहे थे। ओम प्रकाश को साल भर हिंदुस्तान में नहीं हुआ, उन्हें निकाल दिया गया।
दर्दनाक बात यह है कि ओमप्रकाश अपने परिवार के अकेले कमाने वाले हैं। उनके परिवारी जन के बीमारी के चलते उन पर कर्ज भी हो गया है। करीब नौ दस हजार मासिक किस्त भी जाती है। वह पूर्वांचल के रहने वाले हैं।
नौकरी से निकाले जाने के बाद ओमप्रकाश व उनका परिवार सदमे में है। हिंदुस्तान में छंटनी की कार्रवाई से पूरे संस्थान में दहशत का माहौल है। हर कोई यह विचार कर रहा है कि अगला निशाना कहीं वह तो नहीं?