शाहजहाँपुर स्थित मुमुक्षु आश्रम के अधिष्ठाता, विश्व हिन्दू परिषद के नेता, पूर्व गृह राज्यमंत्री और भाजपा के पूर्व सांसद हैं स्वामी चिन्मयानन्द पहले लगे यौन शोषण के आरोप से उबरे भी नहीं हैं कि एक और यौन शोषण के आरोप में फंसते नज़र आ रहे हैं। शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में छात्राओं के शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा पिछले तीन दिन से लापता है। छात्रा के परिजनों की तहरीर के बावजूद अभी तक इस संबंध में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।यह कॉलेज पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद का है। परिजनों ने स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
लाॅ स्टूडेंट ने स्वामी चिन्मयानंद पर छात्राओं के साथ शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। छात्रा के पिता हरीश चंद्र शर्मा ने थाना कोतवाली के प्रभारी को दी तहरीर में लिखा है कि बेटी गायब है। सोशल मीडिया में पोस्ट वीडियो में छात्रा रो-रोकर सीएम और पीएम से मदद की गुहार लगा रही है। साथ ही ये बताया कि आरोपी प्रबंधक धमकी देता है कि डीएम और सभी अधिकारी हमारी जेब में रहते है इसलिए उसका कुछ नहीं हो सकता है। तहरीर में आरोपी प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर बेटी को तलाश करने की गुहार लगाई है।
वीडियो में पीड़िता ने स्वामी पर गंभीर आरोप लगाया है ।वीडियो में उसने कहा है कि संत समाज का एक बहुत बड़े नेता ने मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। वो कहता है कि वो पुलिस, डीएम को जेब में रखता है। मेरे पास उस संन्यासी के खिलाफ साक्ष्य हैं। उसने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। छात्रा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि पुलिस ने मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। छात्रा के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ पुलिस में तहरीर देते हुए लड़कियों से शारीरिक शोषण, रेप और जान से मारने की धमकी जैसे संगीन आरोप लगाए हैं।
इस बीच स्वामी चिन्मयानंद की ओर से फिलहाल इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन, उनके वकील की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि चिन्मयानंद सरस्वती को ब्लैक मेल करके पांच करोड़ रुपये मांगे गए हैं। ये रकम स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के व्हाटस एप नंबर पर मैसेज कर मांगी गई। वकील ने शाहजहांपुर चौक कोतवाली में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मैसेज में किसी अज्ञात व्यक्ति ने 5 करोड़ रुपये की मांग की है, साथ ही धमकी दी गई कि उसके पास जो वीडियो हैं, उसे वह वायरल कर देगा। इससे तुम्हारी छवि खराब हो जाएगी। रिपोर्ट में आशंका जताई है कि आपराधिक षड़यंत्र के तहत कुछ लोगों द्वारा धन उगाही तथा चरित्र हनन का प्रयास किया जा रहा है। डर का माहौल पैदा कर शैक्षणिक संस्थान को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि इसके पहले 30 नवंबर 2011 को शाहजहाँपुर की सदर कोतवाली में पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध उनकी ही शिष्या ने मुकदमा अपराध संख्या- 1423/2011 दर्ज कराया था। उस समय तक पीड़ित आरोपी की शिष्या एवं मुमुक्षु आश्रम की प्रबन्धक थी। संन्यास देने के नाम पर बहलाने-फुसलाने, बंधक बनाने, लंबे समय तक यौन उत्पीड़न करने, गुलामी कराने के साथ जान से मारने का प्रयास करने की प्रमुख धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
उत्तर प्रदेश सरकार के दबाव में अनु सचिव अरुण कुमार राय ने शाहजहाँपुर के जिलाधिकारी को चिन्मयानंद का मुकदमा वापस लेने का निर्देश दिया था। अपर जिला मजिस्ट्रेट ने अभियोजन अधिकारी विनोद कुमार सिंह को मुकदमा वापस लेने का निर्देश दे दिया और विनोद कुमार सिंह ने भी न्यायालय में मुकदमा वापस लेने की अपनी सहमति दे दी थी। लेकिन पीड़िता के विरोध पर शाहजहांपुर में स्थानीय अदालत ने राज्य सरकार की मुकदमा वापस लेने की अर्जी को खारिज कर दिया और मुकदमा अभी भी विचाराधीन है।