सौमित्र रॉय-

बीजेपी IT सेल से ट्रेनिंग लेकर 10-15 हज़ार की तनख़्वाह पर 10 घंटे ग़ुलामी करने वाले कंटेंट राइटरों से भरी है डिजिटल मीडिया।
ये पत्रकार क्या, लेखक भी नहीं हैं। दिमागी रूप से ये आरएसएस और सत्ता के प्रचारक हैं।
लिहाज़ा, गुड़गांव में जिस मॉल पर सीबीआई का छापा पड़ा, उसे तेजस्वी का बताकर बीजेपी का काम आसान करने वाले इन प्रचारकों को डूब मरना चाहिए।
साथ में इनको हांकने वाले चम्पादकों को भी, जिन्हें इस काम की बड़ी पोटली मिलती है।
इसलिए बीजेपी+ED+IT+सीबीआई+दलाल मीडिया मानें।
तेजस्वी यादव-
दो दिन पहले गुरुग्राम में जिस मॉल पर CBI ने रेड की उसे भाजपा ने गोदी मीडिया के साथ मिलकर मेरा मॉल बताकर पूरे दिन झूठा प्रचार किया गया। मैंने तुरंत विधानसभा और प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में साक्ष्य और सबूतों सहित बताया कि यह मॉल भाजपा नेताओं का है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और एक भाजपा सांसद का इससे संबंध है।
जब उस मॉल में हरियाणा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं की संलिप्तता की बात सामने आयी तब जाकर WhiteLand कंपनी कह रही है कि तेजस्वी यादव का इस कंपनी और मॉल से कोई सम्बंध नहीं है।
भाजपा के प्रकोष्ठ CBI, ED एवं भाजपा द्वारा संपोषित व संपादित गोदी मीडिया द्वारा यह सब प्रकरण सुनियोजित तरीके से किया जाता है ताकि इसमें हमारी बदनामी हो तथा विपक्ष को अविश्वसनीय बनाया जा सके।
भाजपा की कुछ PR कंपनियां जिन्होंने चैनल, पोर्टल और अख़बार के नाम पर पंजीकरण करा रखा है वो जानबूझकर ऐसी खबरें चलाते है ताकि लोगों तक झूठी खबरें पहुँचाकर विपक्षी नेताओं का चरित्र हनन तथा जनता को गुमराह किया जा सके। जब सच्चाई सामने आती है तो अधिकांश गोदी मीडिया उस सच्ची खबर को दरकिनार कर देती है तथा कुछ उसे किसी कोने में एक छोटी सी खबर के रूप में छाप देते है कि रिपोर्ट गलत थी।
