Shishir Soni : आम्रपाली बिल्डर्स की खुली लूट पर सुप्रीम कोर्ट हैरान है। कैसे ठगों के समूह ने एक अदद आने घर के सपने को रौंदते हुए उनके पैसों से अपने लिए आरामतलबी के इंतज़ाम किये ! महँगी गाड़ियां। शेयर्स। देश विदेश में कई प्रॉपर्टीज। शानो शौकत। माल महाराज का, मियाँ खेल रहे हैं होली। कोर्ट उन्हें लानत दे रही है। फटकार रही है।
जेल में बंद ठगों का ये समूह मंद मंद मुस्का रहा है। उसे पता है चिरकुट भारतीय कानून को वे ठेंगे पे रख के खून पसीने से कमाए गए हज़ारों करोड़ डकार लेंगे। जेल से भी बरी हो जायेंगे। घर का सपना लिए लोग मर जायेंगे।
मेरा मानना है आम्रपाली की संपत्तियों की कुर्की जब्ती होनी चाहिए। उसे बेचकर या तो लोगों का पैसा ब्याज सहित वापिस करने की व्यवस्था बने या उसकी भूमि पर सरकारी उपक्रमो द्वारा आवास बना कर सम्बंधित लोगों को आवंटित करने का आदेश पारित हो।
आम्रपाली का विज्ञापन करने वाले महेंद्र सिंह धोनी के कमर में भी रस्सा बांधा जाना चाहिए। इसके विज्ञापन पर विश्वास करने के बाद आम्रपाली में लाखों लोगों ने निवेश किया। खुद डेढ़ करोड़ का पेंट हाउस 20 लाख में लॉकर मजे कर रहा है। ये विश्वास के साथ धोखे का मामला है।
कानून में संशोधन कर एक कानून को और आकार देना चाहिए- उसका नाम हो ‘जैसे को तैसा”-
- बिल्डर्स वायदे से मुकरें तो उनके घर और अन्य संपत्तियों की नीलामी की व्यवस्था हो। जब उनके बीवी बच्चे के सड़क पर आने का डर होगा तो ये ठग विद्या से डरेंगे।
- बलात्कारियों को नपुंसक बनाने का आदेश आरोप सिद्ध होने पर देना चाहिए। नहीं तो देश में ब्रजेश ठाकुरों की संख्या कम नहीं होगी।
- एसिड अटैक करने वालों को उसी एसिड से नहलाने की कानूनी व्यवस्था होनी चाहिए। लड़कियों का जीवन एसिड अटैक से तबाह हो जाता है और ये हैवान कुछ महीने में ही जेल से बाहर आ जाते हैं। ये अनुचित है।
- अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए जो राजनेता झूठ बोलकर जनता को ठगे और ये साबित हो जाये कि उसने झूठ बोला, और वो नहीं किया जो घोषणा पत्र में वायदा किया तो बस जनता से पूछ कर चौराहे पर उसकी सजा मुक़र्रर की जाये। इससे कानून व्यवस्था का डर पैदा होगा। जनता का विश्वास बढ़ेगा
दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार शिशिर सोनी की एफबी वॉल से.