नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से कुछ बुनियादी विनम्र प्रश्न पूछने पर डॉ सुब्रमनियन स्वामी के एक सहयोगी ने आसाम से ट्वीटर पर वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण को जान से मारने की धमकी दी है। डॉ स्वामी के विराट हिन्दू संगठन के आसाम के महासचिव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पुलिस महानिदेशक से श्री नारायण को “जल्दी ठिकाने लगवाने को कहा” है।
उल्लेखनीय है कि छह महीने पहले डॉ स्वामी ने श्री नारायण पर तमाम आरोप लगाए थे। जिनका सप्रमाण उत्तर श्री नारायण ने 24 घंटे में सार्वजनिक करके इन आरोपों को गलत सिद्ध कर दिया था। तबसे फिर विनीत नारायण लगातार डॉ स्वामी पर सप्रमाण अनेक आरोप लगा चुके हैं, जिनका कोई उत्तर स्वामी आजतक नहीं दे पाए। अब ये हरकत उनके साथी ने की है। कालचक्र न्यूज़ ब्यूरो के प्रबंधकीय संपादक रजनीश कपूर ने दिल्ली पुलिस साइबर सेल में इसकी एफआईआर दर्ज कराई है।
ज्ञात हो कि वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण ने संघ सर चालक से एक खुले पत्र के माध्यम से कहा था-
”मुझे लगता है कि संघ हिन्दू धर्म की परंपराओं को तोड़कर अपने विचार आरोपित करता है जिससे हिंदुओं को पीड़ा होती है। जैसे हम ब्रजवासियों के 5000 वर्षों की परंपरा में वृन्दावन और मथुरा का भाव अलग था, उपासना अलग थी व दोनों की संस्कृति भिन्न थी। पर आपकी विचारधारा की योगी सरकार ने दोनों का एक नगर निगम बनाकर इस सदियों पुरानी भक्ति परम्परा को नष्ट कर दिया, क्यों किया ऐसा? इसलिये मेरे मन में संघ से जुड़े कुछ प्रश्न हैं, जिनका तार्किक उत्तर आज तक किसी ने नहीं दिया। १. हम सब हिन्दू वेदों, शास्त्रों या किसी सिद्ध संत को गुरु मानते हैं, ध्वज को गुरु मानने की आपके यहां ये परंपरा किस वैदिक स्रोत से ली गई है ? २. हमारी संस्कृति में अभिवादन के दो ही तरीके हज़ारों वर्षों से प्रचलित हैं; दोनों हाथ जोड़कर करबद्ध प्रणाम (नमस्ते ) या धरती पर सीधे लेटकर दंडवत प्रणाम। तो संघ में सीधा हाथ आधा उठाकर, उसे मोड़कर फिर सिर को झटके से झुकाकर ध्वज प्रणाम करना किस वैदिक परंपरा से लिया गया है? ३. वैदिक परंपरा में दो ही वस्त्र पहनना बताया गया है ; शरीर के निचले भाग को ढकने के लिए ‘अधोवस्त्र’ व ऊपरी भाग को ढकने के लिए ‘अंग वस्त्र’ तो ये खाकी नेकर, सफेद कमीज़ और काली टोपी किस वैदिक परंपरा से ली गई है ४.उपरोक्त इन चारों प्रतीकों का हिन्दू धर्म से क्या लेना देना है ? कृपया तर्क सहित इन विनम्र प्रश्नों का उत्तर देंने की कृपा करें।”
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए इन प्रश्नों के जवाब में विनीत नारायण को डॉ सुब्रमनियन के एक सहयोगी ने जान से मारने की धमकी दे डाली।