पूर्वी सिंघभूम(झारखंड)। घाटशिला विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता उमेश दास की गुरुवार 24-07-2014 को महिलाओं ने जमकर चप्पलों से पिटाई की और उनके कपड़े फाड़ दिए। विद्युत विभाग द्वारा एक ग्रामीण आदिवासी महिला का बिल अचानक बहुत अधिक भेज दिया गया। महिला ने स्थानीय विद्युत कार्यालय से लेकर हर जगह गुहार लगाई लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
महिला सोमवार को घाटशिला स्थित अधिशासी अभियंता उमेश दास के कार्यालय गयी और उससे बिजली बिल मे सुधार करने का आग्रह किया। उमेश दास ने महिला का फोन नंबर ले लिया और उस दिन से महिला को फोन कर गंदी-गंदी बाते करने लगा और रात मे अपने घर बुलाने लगा।
महिला ने फोन की बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया और इसकी जानकारी महिला समिति को दी। गुरुवार को पीड़िता महिला समिति के सदस्यो के साथ घाटशिला पहुंची और समिति के सभी लोग नीचे खड़े रहे केवल पीड़ित महिला उमेश दास के कार्यालय में अंदर गयी। कार्यालय में घुसते साथ उमेश दास ने उसे अपने बगल मे बैठा लिया और गलत हरकत करने लगा। इस पर महिला ने हल्ला किया और तभी महिला समिति के सदस्यों ने कार्यालय के अंदर घुसकर आरोपी उमेश दास की जमकर पिटाई कर दी।
पीड़ित महिला ने घाटशिला थाने में मामला दर्ज़ करवाया है। इंजीनियर ने भी महिला एवं उसके सहयोगियों के खिलाफ सरकारी काम मे बाधा डालने और मारपीट का केस दर्ज़ करवाया है।
अब यह देखना है की इस पूरे मामले मे विद्युत विभाग अपने इंजीनियर पर क्या कारवाई करता है। खराब बिजली व्यवस्था का विरोध करने वाले यशवंत सिन्हा समेत कई लोगो को जेल भेजने वाला विद्युत विभाग क्या ऐसे अधिकारी को पद से बर्खास्त करेगा?
जादूगोड़ा से संतोष कुमार अग्रवाल की रिपोर्ट।