गुजरात में एबीपी ग्रुप के गुजराती न्यूज चैनल एबीपी अस्मिता और दैनिक भास्कर समूह के पत्रकार इन दिनों चर्चा में हैं. आरोप है कि बनासकांठा जिले में संत के जनाजे का लाइव कवरेज हर चैनल पर कराने के लिए यहां के स्ट्रिंगर ने 100000 रुपये में ठेका लिया था.
इसी तरह दैनिक भास्कर के पत्रकार ने प्रिंट मीडिया में कवरेज कराने के लिए एक लाख चार हजार रुपये लिए. बनासकांठा जिला में ठाकुर समाज के संत की मृत्यु हो जाने पर उनकी मृत्यु का कवरेज करने के लिए एबीपी अस्मिता के बनासकांठा जिले के स्ट्रिंगर भरत सुंदेशा ने कुल 100000 रुपये लिए. उन्होंने गुजरात के सभी चैनलों में कवरेज कराने का दावा किया था.
इस खेल का भांडा तब फूटा जब संत की मौत के बाद जो-जो खर्च हुआ, उन खर्च का हिसाब जारी किया गया. इस हिसाब बुक की कॉपियां व्हाट्सएप पर घूमने लगीं. इसमें लिखा हुआ है कि संत के मौत का लाइव कवरेज के लिए एबीपी अस्मिता के रिपोर्टर भरत सुंदेशा ने 100000 नकद लिए और दैनिक भास्कर के पत्रकार अमृत ठाकुर ने 104000 लिए.
जब इस समग्र मामले की खबर एबीपी अस्मिता के चैनल हेड रौनक पटेल को पड़ी तो रौनक पटेल ने इसकी पड़ताल की. भरत सुंदेशा को चैनल ने नोटिस भी दिया. लेकिन वापस एबीपी अस्मिता ने भरत सुंदेशा को काम पर रख लिया है.
इस मामले में बनासकांठा के कई टीवी पत्रकारों का नाम सामने आ रहा है. ज्यादातर को एक लाख रुपये में से हिस्सा मिला है. किसी को 40000 मिले तो किसी ने 10000 लिए.
इस प्रकरण पर पत्रकार भरत सुंदेश का पक्ष पढ़ें-