सिर्फ नोएडा और दिल्ली से तीन पत्रकार ही नहीं गिरफ्तार हुए हैं. खबर आ रही है कि पूरे उत्तर प्रदेश में जगह-जगह लोग धरे जा रहे हैं. अपराध वही है. सीएम योगी को लेकर टिप्पणी करना, पोस्ट करना, ट्वीट करना, शेयर करना. यानि सोशल मीडिया पर सीएम योगी को लेकर जो भी व्यंग्यात्मक, नकारात्मक टिप्पणी कर रहा है, उसकी शिकायत पुलिस में होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जा रहा है.
ताजा मामला पूर्वी यूपी के जिला गाजीपुर और गोरखपुर से है जहां एक एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की गई है और कुछ अन्य के खिलाफ मुकदमें दर्ज हुए हैं. बताया जाता है कि ग़ाज़ीपुर में शनिवार शाम सैदपुर के वार्ड संख्या नौ, राजीवनगर निवासी आशीष कुमार भारती पुत्र शिरोमणि राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि अशीष ने अपनी फेसबुक आईडी के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी पोस्ट की थी. साथ ही समाज के दूसरे लोगों के खिलाफ भी गलतबयानी की शिकायत एसपी से की गई थी.
मुख्यमंत्री की फोटोयुक्त एक शादीकार्ड की तस्वीर गाजीपुर जिले के दर्जनों ह्वाट्सअप ग्रुपों में शनिवार सुबह वायरल हुई. आपत्तिजनक फोटो को एक ग्रुप में पोस्ट करने पर ग्रुप एडमिन के खिलाफ गाजीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सीएम पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
गाजीपुर के सीओ सिटी ने गाजीपुर पुलिस मीडिया सेल से ऐसे ग्रुपों और एडमिन का विवरण मांगा है. उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है. शनिवार शाम सैदपुर के वार्ड संख्या नौ राजीवनगर निवासी आशीष कुमार भारती पुत्र शिरोमणि राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अशीष पर अपनी फेसबुक आईडी के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी पोस्ट करने का आरोप है. इसके साथ ही समाज के दूसरे लोगों के खिलाफ भी गलत बयानी की शिकायत एसपी से की गई थी.
उधर गोरखपुर पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक थाना गोला द्वारा फेसबुक के माध्यम से सूबे के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी की छवि धूमिल करने हेतु आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में अभियुक्तगण 1.पीर मुहम्मद पुत्र नवी मुहम्मद निवासी कस्बा गोला थाना गोला जनपद गोरखपुर 2. धर्मेन्द्र भारती पुत्र लवटू निवासी बर्राह थाना गोला जनपद गोरखपुर को गिरफ्तार किया गया। यथा मु0अ0सं0 230/19 धारा 503, 505 भादवि व 65, 66 आई टी एक्ट।
Joker
June 9, 2019 at 10:46 pm
इशिका सिंह ओर जय शाह जितने बड़े चोर है की उनके जितना चोर सायद ही मीडिया में कोई होगा ।मैंने भी इनके ऑफ़िस में काम किया है । इन लोगों को सिर्फ़ पैसे से मतलब है । चाहे इनको कितना भी नीचे गिरना पड़े। जो लोग इनके पक्ष में लिख रहे है ना या तो वो इनको जानते नहीं या फिर उनकी दुकाने इनसे चलती होंगी ।।।
लेकिन इतनी गारण्टी मेरी है कि जितना क़रीब से हम जानते है इनको सायद ही कोई जानता हो । में इनको बोल नहीं सकता । कितने लोगों की बद्दुआएँ ली इन्होंने , सब निकलेंगी # इशिका सिंह # ओर # अजय शाह ओर जय सिंह
Mrityunjay prasad Mishra
June 9, 2019 at 11:45 pm
वास्तविकता के विरुद्ध बिना ठोस प्रमाण के किसी संवैधानिक पद पर आरूढ़ व्यक्ति और वो भी मुख्यमंत्री जैसे पद की छबि धूमिल करना या अमर्यादित व्यंग्य अथवा वक्रोक्ति निन्दनीय कृत्य है। स्वतंत्रता और स्वच्छन्दता के बीच एक महीन रेखा है, जिसका उल्लंघन न हो तभी ठीक है।