जयपुर से प्रसारित A1TV की हालत काफी समय से खराब है। चैनल के शुरुआती दौर में जुड़ी मजबूत टीम के लोग एक-एक करके यहां से छोड़कर चले गए हैं। ऐसा इसलिए कि बड़े-बड़े दावे करने वाला चैनल प्रबंधन अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने में फेल साबित हो रहा है। हाल ये है कि कर्मचारियों को चार-चार महीने में सेलरी मिल रही है। ऐसे में कर्मचारियों ने पहले तो चैनल के मालिक और संपादक अनिल लोढ़ा को हालात सुधारने के लिए कहा। लेकिन जब अनिल लोढ़ा ने आर्थिक तंगी का रोना रोकर हाथ खड़े कर दिए तो आउटपुट और वीडियो एडिटिंग से करीब 25 लोग नौकरी छोड़कर चले गए।
चैनल के मालिक अनिल लोढ़ा ने इनमें से ज्यादातर लोगों को ना तो 2-2 महीने की सैलरी दी, और ना ही कोई अपाइंटमेंट लैटर और ना रीलीविंग लैटर दिया। ये 25 से ज्यादा कर्मचारी अपनी बकाया सैलरी को लेकर अनिल लोढ़ा से तगादा करते हैं। लेकिन अनिल लोढ़ा ना तो फोन उठाता है और ना ही दफ्तर में मौजूद होते हुए भी किसी से मिलता है। सुनने में आ रहा है कि अपनी बकाया सैलरी लेने के लिए इनमें से कुछ कर्मचारियों ने अदालत की शरण लेने की तैयारी कर ली है। वहीं मीडिया जगत में पत्रकारों को इस हकीकत का पता लगने पर कोई भी A1TV ज्वॉइन करने को तैयार नहीं है।
यह चैनल रेवेन्यू के लिए कई रास्ते अपना रहा है पर सफल नहीं हो पा रहा है. उत्तर प्रदेश में A1TV की 19 जनवरी 2019 को संतोष श्रीवास्तव और विवेक सान्याल नाम के व्यक्ति से लीगल एग्रीमेंट हुआ, एक साल के लिए। इसके लिए जो डील हुई उसके बदले अनिल लोढा को पैसे मिले। इन्होंने स्टेट हेड तथा ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश के रूप में ज्वाइन करा दिया। परन्तु फिर हर सप्ताह पैसे की डिमांड की जाने लगी। असमर्थता जताने पर एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया जो सभी रिपोर्टर को कॉल करके चैनल में बने रहने के लिए रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कहता रहता है।
ऐसी चर्चा है कि एवन टीवी के मालिक अनिल लोढ़ा का खुद का एक चैनल लाने का सपना था। ऐसे में लोढ़ा ने प्रोपर्टी ङीलर, आइसक्रीम बेचने वाले और कई व्यापारियों को मीडिया का प्रभाव बताकर मोटी रकम चैनल में इनवेस्ट करा ली। लेकिन एक साल पूरा होने के बाद भी जब बाजार के बनियों को मुनाफा नहीं मिला तो वे भी अनिल लोढ़ा को ढूंढने में लगे हैं। चर्चाएं है कि एवन टीवी और अनिल लोढ़ा को डुबोने में कुछ उसके ही खास लोगों का हाथ रहा है। एवन टीवी की हालत खस्ता करने में इन लोगों के साथ-साथ अनिल लोढ़ा के भाई और पार्टनर प्रदीप लोढ़ा का पूरा हाथ रहा है। खैर लोढ़ा बंधुओं ने जो कुछ भी कर्म किए, उसका नुकसान पत्रकारों को उठाना पड़ रहा है।