वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव के पहले कविता संग्रह ‘अच्छा भी हो सकता है, का लोकार्पण 17 सितम्बर 2022, शनिवार को पूर्वान्ह 11 बजे गाँधी शांतिप्रतिष्ठान, दिल्ली में होना तय हुआ है।
आनंद कुमार-
लोकतंत्र सेनानी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव एक वरिष्ठ पत्रकार और प्रेरक कवि हैं. मैं इन्हें १९६८ के आंदोलनों के एक समाजवादी विद्यार्थी नेता के रूप में परिचित हुआ. यह प्रशंसनीय है कि ६ दशकों बाद भी इनकी सक्रियता बनी हुई है. इनकी कविता संग्रह का १७ सितंबर को ११ बजे दिन में गांधी शांति प्रतिष्ठान में लोकार्पण समाजवादी परिवार के लिए बड़ी बात है. आपकी उपस्थिति से यह सफल होगा.
राजकुमार जैन-
साथी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार, लेखक होने के साथ-साथ समाजवादी विचार दर्शन, और उसके प्रचार प्रसार में अपने छात्र जीवन से लेकर आज तक बड़ी शिद्दत के साथ लगे हुए है।
समाजवादी आंदोलन के प्रति इनकी जीवटता की गवाही इनके द्वारा जिस प्रकार टुकड़ों- टुकड़ो कतररनो, अखबारों, रिसालो, पुराने दस्तावेजों, धूल खाती हुई रद्दीओ मे से एक एक अक्षर को ढूंढ कर इन्होंने सोशलिस्ट तहरीक,स्वतंत्रा संग्राम से लेकर आखरी सांस तक समाजवादी परचम लहराने वाले पुरखे राज नारायण जी पर एक एक विस्तृत वितान पुस्तक की शक्ल में पेश किया। उसी तरह सोशलिस्ट आंदोलन के एक मौन सत्याग्रही सगीर अहमद साहब पर एक सजीव पुस्तक पेश कर दी वह कोई साधारण कार्य नहीं है।
साथी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव पत्रकार, कवि और सबसे बढ़कर सोशलिस्ट आंदोलन के सजग प्रहरी के रूप में जुटे रहते हैं, उसी उसी की एक मिसाल 17 सितंबर को दिल्ली में गांधी शांति प्रतिष्ठान में नई पीढ़ी के कवियों खास तौर पर समाजवादी सिद्धांतों नीतियों कार्यक्रमों विचारों से बांधकर कविता में पेश करने के लिए तैयार करते हैं। उन्हीं की प्रस्तुतियों का लोकार्पण होने जा रहा है। हम तो इस रसमयता में शामिल होने जा ही रहे हैं, आप लोग भी इसका लुफ्त उठाएं, हमारी तमन्ना है।