नमस्कार सर
मैं मधुर शर्मा उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद बसरेहर ब्लॉक क्षेत्र का दैनिक जागरण का क्षेत्रीय रिपोर्टर हूं। अमर उजाला इटावा के ब्यूरो चीफ व पेपर सप्लाई मैनेजर की मिलीभगत के चलते बसरेहर क्षेत्र में एक हिस्ट्रीशीटर परिवार को शरण देने के लिए हिस्ट्रीशीटर अपराधी को पत्रकार बनाकर क्षेत्र में घूमने की आजादी दे दी गई है। जिसे पत्रकार बना दिया गया है वह महावीर सिंह यादव पुत्र नेत्रपाल सिंह यादव आठवीं फेल है। उसे लिखना पढ़ना तक नहीं आता। उसे क्षेत्र में अमर उजाला का वरिष्ठ पत्रकार बनाकर खुला घूमने की अनुमति दे दी गई।
वह लिखना पढ़ना ना जानने के कारण आए दिन मेरी खबरें दैनिक जागरण के पोर्टल से चुरा कर आपके अमर उजाला मुख्यालय पर भेजता है और वे बिना जांच पड़ताल किए उन खबरों को आंखें बंद करके पेपर में लगवा देते है।
ऐसा ही आज फिर मेरे साथ एक वाकया हुआ है जिस कारण मुझे आपसे शिकायत करनी पड़ रही है। मैंने एक खबर दैनिक जागरण में 31 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत के तहत छापी थी जो किसी कारणवश जागरण ई पेपर पर तो प्रकाशित हो गई लेकिन उसे पेपर में छापा ना जा सका। ई-पेपर पर वह खबर प्रकाशित बनी रही। इस कारण बसरेहर के हिस्ट्रीशीटर पत्रकार ने मेरी वह खबर चुराकर आपके अमर उजाला में लगाई जबकि वह खबर दैनिक जागरण में मेरे नाम से प्रकाशित हो चुकी है।
महावीर सिंह व उसके भाइयों के ऊपर कई अपराधिक मुकदमे चल रहे हैं और यह इटावा जनपद व अन्य जिलों में भी इनके अपराधिक इतिहास दर्ज हैं। बसरेहर थाना क्षेत्र में तीनों हिस्ट्रीशीटर हैं और इसका छोटा भाई टॉप टेन अपराधी की सूची में भी शामिल है। थाने की रिपोर्ट में तीनों भाइयों को सक्रिय अपराधी मानकर इनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जब अमर उजाला में इस बारे में शिकायत की गई तो उन्होंने कहा कि महावीर सिंह हमारे यहां पत्रकार नहीं है, उसका बेटा अंशुल पत्रकार है जबकि हकीकत में क्षेत्र में महावीर सिंह खुलेआम पत्रकारिता की आड़ लेकर पत्रकारिता की धौस देकर अपने आपराधिक कृत्य को अंजाम दे रहा है।
आपसे विनम्र निवेदन है कि पत्रकारिता की छवि धूमिल ना हो, ऐसे पत्रकारों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए और इन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मधुर शर्मा
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