Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

यूपी और उत्तराखंड में खुद के नंबर वन होने के बारे में अमर उजाला ने किया ऐलान, पढ़ें पूरी खबर

अमर उजाला की वेबसाइट अमर उजाला डाट काम पर यूपी और उत्तराखंड में अमर उजाला अखबार के नंबर वन होने के बारे में खबर छापी गई है. ये खबर नई दिल्ली डेटलाइन से है और अमर उजाला ब्यूरो की है. इससे साफ है कि यूपी उत्तराखंड में नंबर वन अखबार अमर उजाला हो चुका है. अमर उजाला डाट काम पर इस बारे में प्रकाशित पूरी खबर पढ़िए…

अमर उजाला की वेबसाइट अमर उजाला डाट काम पर यूपी और उत्तराखंड में अमर उजाला अखबार के नंबर वन होने के बारे में खबर छापी गई है. ये खबर नई दिल्ली डेटलाइन से है और अमर उजाला ब्यूरो की है. इससे साफ है कि यूपी उत्तराखंड में नंबर वन अखबार अमर उजाला हो चुका है. अमर उजाला डाट काम पर इस बारे में प्रकाशित पूरी खबर पढ़िए…

Advertisement. Scroll to continue reading.

यूपी और उत्तराखंड में अमर उजाला नंबर वन
amar ujala is number one in uttar pradesh and uttrakhand

ब्यूरो / अमर उजाला, नई दिल्ली

Advertisement. Scroll to continue reading.

Updated 11:36 शनिवार, 7 मई 2016

अमर उजाला के पाठकों के प्रेम और विश्वास ने इसकी प्रसार संख्या को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई से दिसंबर, 2015 के दौरान आपके प्रिय अखबार की प्रसार संख्या बढ़ कर 29.35 लाख कॉपी तक जा पहुंची। जुलाई से दिसंबर, 2014 की तुलना में 29 फीसदी की यह जबरदस्त बढ़ोतरी अखबार में आपके भरोसे का ही नतीजा है। इस प्रसार संख्या में हाल में शुरू किए गए अमर उजाला ब्रॉडशीट की प्रतियां भी शामिल हैं। अमर उजाला के मौजूदा बाजार में नए पाठकों को जोड़ने और उनका दायरा बढ़ाने के लिए ही कम कीमत पर अमर उजाला ब्रॉडशीट को उतारा गया है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

सबसे जबरदस्त खबर तो यह है कि उत्तर प्रदेश में अमर उजाला ने दैनिक जागरण को 70,335 प्रतियों से पीछे छोड़ दिया है। उत्तराखंड में दैनिक जागरण अमर उजाला से 72,266 कॉपी कम बिकता है। एबीसी के मुताबिक यूपी के आठ संस्करणों, देहरादून और हल्द्वानी में अमर उजाला अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे है।

अमर उजाला ने अपनी नायाब पहलकदमी के तहत पाठकों को कम कीमत पर क्वालिटी अखबार मुहैया कराना शुरू किया है। अमर उजाला का ब्रॉडशीट संस्करण ऐसे पाठकों के लिए है जो ज्यादा कीमत देकर अखबार नहीं खरीदना चाहते। प्रसार संख्या में इजाफे के लिए अमर उजाला ने दोहरी रणनीति अपनाई है। एक  तरफ इसने सोशल मीडिया के बेहतरीन इस्तेमाल से समृद्ध पाठकों की तादाद बढ़ाई है तो दूसरी ओर कम कीमत पर अखबार खरीदने वालों का दायरा भी बढ़ाया है। इससे अमर उजाला के पाठकों में भारी इजाफा हुआ है। पाठकों की तादाद में इस बढ़ोतरी ने अमर उजाला के विज्ञापनदाताओं के विज्ञापनों के असर को कई गुना बढ़ा दिया है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

अमर उजाला के डायरेक्टर प्रबाल घोषाल ने कहा कि हाई वैल्यू रीडर्स सेगमेंट में ग्रोथ पर पूरा ध्यान देने के लिए अमर उजाला ने सोशल मीडिया, सोशल इंजीनियरिंग और ब्रांड सक्रियता का इस्तेमाल किया है। यह सिर्फ सर्कुलेशन बढ़ाने की एक और कवायद भर नहीं है। यह अपने आप में अनोखी पहलकदमी है। विज्ञापनदाताओं को यह जानकार खुशी होगी सोशल मीडिया और कई तरह के नए तरीकों के इस्तेमाल से अमर उजाला ज्यादा समृद्ध पाठकों का दायरा बढ़ा रहा है।

इसे भी पढ़ें….

Advertisement. Scroll to continue reading.

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement