कोरोना वायरस की मार पड़ी अमर उजाला कर्मियों पर…
मीडिया इंडस्ट्री में कोरोनावायरस की मार सबसे पहले अमर उजाला के कर्मचारियों पर पड़ी है । कंपनी ने सीनियर सब एडिटर से ऊपर के संपादकीय कर्मियों की सैलरी आधी कर दी है।
खास बात यह है कि लखनऊ कानपुर , नोएडा में कई सीनियर सब 30 से 45 हजार के बीच कार्यरत है। चीफ सब एडिटर और डीएनए 30 से 35 हजार के बीच में है। ऐसे में सैलरी कटौती की मार सीनियर सब से कम सैलरी पाने वाले चीफ सब, डीएनई एनई को खूब खल रही है।
कई संपादकीय कर्मियों ने संस्थान में सैलेरी स्ट्रक्चर को लेकर समय-समय पर बिगुल भी बजाया , लेकिन प्रबंधन के चहेते लोगों को मुंह मांगी सैलरी पर रखने का सिलसिला लगातार जारी रहा।
अब सैलरी कटौती मैं भी वही लोग आए हैं जिन की सैलरी पहले से कम थी। कटौती के बाद इस मुद्दे पर एक बार फिर बहस तेज हो गई है।
इस बीच प्रबन्धन के लोगों का कहना है कि अमर उजाला में फिलहाल सेलरी में कटौती नहीं की गई है. चीफ सब से ऊपर तक के कर्मियों को सेलरी की बजाए 50 प्रतिशत सेलरी एडवांस दिया गया है. बाकी पैसा जल्द ही दे दिया जाएगा . एचआर ने यह जानकारी सभी एचओडी को इस आशय से दी है कि वे अपने कनिष्ठ साथियों को भी अपडेट कर दें.
One comment on “अमर उजाला में सीनियर सब एडिटर से उपर वालों की सेलरी में भारी कटौती!”
अमर उजाला में अब सभी नियम और कानून केवल वहां के चहेते संपादकों तक ही सीमित है। वो जैसा चाहते हैं अपने हिसाब से करते हैं। समूह संपादक की भूमिका नजर ही नहीं आती है। लगता है अमर उजाला जो पहले कर्मियों के लिए शुभचिंतक था अब वहां के मैनेजमेंट के आगे झुक गया है।