चीखने चिल्लाने वाले कुख्यात एंकरों में से एक भाई अमिश देवगन ने फिर एक नया रिकार्ड बनाया है. उन्होंने गांधी जी का पूरा नाम सही सही पढ़ने में चार बार जोर लगा दिया. माफी तक मांगे.
इस वीडियो क्लिप को जनता सोशल मीडिया पर फैला कर खूब मजे ले रही है.
देखें वीडियो और कुछ मजेदार टिप्पणियां-
Ajit Anjum
कितना बड़ा मूर्ख है कि चार बार में भी गांधी का पूरा नाम नहीं पढ़ पाया. शाखा का बैकग्राउंड और मोदी -शाह की सत्ता के सामने दंडवत् रहने की प्रतिभा के दम पर ऐसे ऐसे एंकर बने बैठे हैं .
Utkarsh Singh
अमिश देवगन को महात्मा गांधी का पूरा नाम तक पढ़ने नहीं आ रहा और Young India की कॉपी ऐसे दिखा रहे हैं जैसे स्टोर रूम से खुद ही ढूंढ कर लाए हों.
Shyam Meera Singh
गुल्लू को गांधी जी का नाम नहीं आता और आज गांधी पर ही लेक्चर है गुल्लू का. यही हमारी मीडिया का आज हाल है.
Pragya Mishra
राम चन्द्र कह गए सिया से..एक दिन ऐसा आएगा..गोडसे पर फिल्म बनेगी..गांधी बोलने में एंकर तुतलायेगा..
Ranvijay Singh
जानबूझकर, सोच समझकर गांधी जी का नाम गलत लिया गया. नीयत उनका अपमान करने की थी, और कुछ नहीं.
Vinod Kapri
और सबसे बड़ी त्रासदी ये है कि एकदम साफ साफ पता चल रहा है कि इसे उस वक्त ये भी नहीं पता था कि मोहनदास करमचंद गांधी और महात्मा गांधी एक ही हैं।
Dr.Priyanka Singh
सट्टा के नशे में यह इतना मस्त है कि इसको बापू का पूरा नाम तक ना ही याद और ना ही देखकर पढ़ना आ रहा है, ऐसे मूर्ख लोग पत्रकारिता कर रहे हैं ..
Manish Dubey- न्यूज़18 के सटार एंकर अमीश देवगन का राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर एक वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है. छोटे से वीडियो क्लिप में एंकर महात्मा गांधी का नाम कई दफा खराब करता है. वह कई प्रयासों के बाद शब्द का ठीक उच्चारण कर पाता है. लेकिन यह गलत है. गलती भूलवश हुई या जानबूझकर की गई एंकर जाने, लेकिन गलती वायरल हो रही.
अब जहां तक मेरा मानना है तो यह जानबूझकर किया गया हो सकता है. राष्ट्रप्रेमी एंकर अमीश देवगन द्वारा ऐसा जानबूझकर किया गया हो. बीते कई दिनों से महात्मा गांधी के नाम को लेकर राजनीति गरम है. चैनल वाले अखबार वाले एक पार्टी विशेष द्वारा घुमाए मरोड़े जा रहे इतिहास को एंगल दर एंगल चला दिखा रहे हैं. ऐसे में अमीश देवगन जैसे एंकर को राष्ट्रपिता का नाम लेने में लड़खड़ा जाना कोई हैरान नहीं करता. तब जब सल्तनत को खुश रखना है, खुद पर ध्यान खींचना है.
विजय सिंह
October 15, 2021 at 10:23 am
महात्मा गाँधी जी के बारे में बचपन से ही पढ़ाया जाता रहा है। नाम भी ऐसा कठिन नहीं कि उच्चारण करने में दिक्कत हो।
राष्ट्रपिता का नाम तक सही उच्चारण नहीं करना अमिश देवगन की स्वयं व पेशे के प्रति बेचारगी ही दर्शाती है।
शर्मनाक।
Narendra yadav
November 27, 2021 at 1:01 pm
वास्तव में यह एक दलाल है।
मीडिया का कलंक है।इसका अपना कोई ईमान नही है। नौकरी देना संस्थान की मजबूरी है क्यों कि सत्ता को इतना वफादार कुत्ता की जरूरत है।अम्बानी को सत्ता की।
Narendra yadav
November 27, 2021 at 1:02 pm
मीडिया का कलंक है।इसका अपना कोई ईमान नही है। नौकरी देना संस्थान की मजबूरी है क्यों कि सत्ता को इतना वफादार कुत्ता की जरूरत है।अम्बानी को सत्ता की।