राजेश प्रियदर्शी-
बताइए, एक समस्या हो, मामूली समस्या हो तो कहें.
यहाँ एक नहीं, तीन-तीन ट्वीट का सीरियल नंबर गड़बड़ा गया है.
ऐसा पहले भी हुआ था.
आदमी परेशान नहीं होगा तो क्या होगा?
और लोग हैं कि आलतू-फ़ालतू बातों में लगे हुए हैं.
इधर है बड़ी समस्या.
यहाँ ध्यान दीजिए. 3644 को 3664 पढ़ना है, समझे कि नहीं?
वरिष्ठ पत्रकार Rajesh Priyadarshi की एफबी वॉल से.