कानपुर से चलने वाले के न्यूज में मालिकान के बीच गुटबाज़ी तेज़ हो गई है. दरअसल अभी तक चैनल का पूरा इस्तेमाल सिर्फ एक पार्टनर धर्मेश चतुर्वेदी कर रहे थे. चैनल के तमाम कर्मचारी धर्मेश चतुर्वेदी के जरिए बहाल किए गए हैं और एक साल भीतर इनपुट हेड से संपादक बने दुर्गेंद्र सिंह चौहान के साथ डायरेक्टर धर्मेश चतुर्वेदी ने चैनल के जरिए खूब कमाई की. तीन साल बाद चैनल के बाकी पार्टनर इस खेल को समझ गए और धर्मेश चतुर्वेदी के तमाम विरोधों को दरकिनार कर अमिताभ अग्निहोत्री को चैनल का बॉस बना दिया.
बताया जा रहा है कि चैयरमैन अनुराग अग्रवाल और डायरेक्टर अंशुल बंसल का सख्त रवैया देख कर धर्मेश चतुर्वेदी ने मजबूरी में अमिताभ अग्निहोत्री को स्वीकार तो कर लिया है, लेकिन अंदरखाने में उनके खिलाफ माहौल बनाने में जुट गए हैं. इस काम में दुर्गेंद्र सिंह चौहान को भी लगाया गया है. चैनल में दूसरा बड़ा संकट जी न्यूज समेत कई बड़े चैनलों में काम कर चुके आउटपुट हेड और सीनियर एंकर असित नाथ तिवारी की भूमिका को लेकर है. असित ने अप्रैल में ही चैनल ज्वाइन किया और उसके बाद बार्क की रिपोर्ट में कई बार चैनल को नंबर वन करके दिखा दिया.
अमिताभ अग्निहोत्री के ज्वाइन करने के बाद सबसे बड़ा संकट असित के प्राइम टाइम शो को लेकर है. अब ये शो खुद अमिताभ करेंगे तो असित नाथ तिवारी क्या करेंगे? असित के बारे में माना जाता है कि वो टीआरपी के खिलाड़ी हैं. बिहार से चलने वाले चैनल मौर्य में जब तक रहे वो चैनल टैम में नंबर वन और नंबर टू पर रहा. रांची से चलने वाले कशिश न्यूज को जब छोड़ा उसके बाद से वो एक बार भी नंबर वन और नंबर टू पर नहीं पहुंच पाया.
चैनल का तीसरा संकट मनीष वाजपेयी को लेकर है. मनीष यहां एक्जक्यूटिव एडिटर और सीनियर एंकर हैं. बिसात पर कार्यक्रम असित नाथ तिवारी करते हैं तो आज का मुद्दा मनीष करते हैं. बताया जा रहा है कि मनीष के शो टाइम पर भी अमिताभ की नज़र है. मनीष इससे पहले इंडिया टीवी और न्यूज एक्सप्रेस समेत कई चैनलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. असित और मनीष प्रबंधन के दोनों गुटों की पसंद हैं. बताया तो ये भी जा रहा है कि असित और मनीष पहले से ही अमिताभ अग्निहोत्री के परिचित हैं और इनके आपसी संबंध काफी बेहतर हैं.
इस बात से चैनल प्रबंधन का एक गुट परेशान है और वो किसी भी सूरत में इनके संबंधों के बीच गलतफहमी पैदा करना चाहता है. मालिकानों के बीच छिड़े संघर्ष को जबरन कर्मचारियों के बीच धकेला जा रहा है और चैनल में गुटबाज़ी तेज की जा रही है. कोशिश हो रही है कि चैनल ज्यादातर कर्मचारी धर्मेश गुट में रहें और अमिताभ अग्निहोत्री को सफल नहीं होने दिया जाए. इसके लिए बार-बार वो रिपोर्ट दिखाई जा रही है, जिसमें चैनल अमिताभ अग्निहोत्री के ज्वाइन करने से पहले नंबर वन रहा है. वही दूसरा गुट ये एहसास कराने में लगा है कि चैनल में अब धर्मेश युग खत्म हो गया है और अनुराग युग की शुरुआत हो गई है.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.