पूर्व अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने साधारण सभा की बैठक के पूर्व समस्त सदस्यों और वरिष्ठ पत्रकारों को पत्र लिखा…
महोदय,
सादर अभिवादन। इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री अरविंद तिवारी द्वारा इंदौर प्रेस की सदस्यता सूची में हेराफेरी करके तथा सदस्यता प्रदान करने वाली उपसमिति सदस्यों को धोखे में रखकर कुछ इष्ट-मित्रों को इंदौर प्रेस क्लब का सदस्य बनाने की ओर आकर्षित कर रहा हूं।
वर्ष २०१६ अगस्त माह में इंदौर प्रेस के १३२१ सदस्य थे, जिन्हें तत्कालीन निर्वाचन अधिकारी महोदय श्री दिनेश पाण्डेय ने मताधिकार प्रदान किया था। निर्वाचन के पश्चात निर्वाचित प्रबंधकारिणी समिति ने साधारण सभा से वादा किया था कि वे जल्द अपात्र सदस्यों को संस्था से बाहर का रास्ता दिखाएंगे। प्रबंधकारिणी समिति ने दो वर्ष पश्चात वर्ष २०१८ के उत्तराद्र्ध में करीब २१० सदस्यों को बगैर सूचना व सुनवाई का अवसर दिए बगैर संस्था से हटा दिया। इसी क्रम में समिति ने ८८ मीडियाकर्मियों को संस्था का नया सदस्य बनाया। दिसंबर २०१८ में अध्यक्ष ने इन फैसलों की जानकारी व स्व प्रमाणित सदस्यता सूची रजिस्ट्रार, फम्र्स एवं संस्थाएं, म.प्र. के कार्यालय में प्रस्तुत की।
महोदय, हाल ही में जब इंदौर प्रेस क्लब सदस्यों की सत्य प्रतिलिपि प्राप्त की तो अध्यक्ष महोदय द्वारा की गई कारगुजारियों का पता चला। प्रबंधकारिणी समिति और नवीन सदस्यों का चयन करने वाली उपसमिति सदस्यों को अंधेरे में रखकर अध्यक्ष महोदय ने कांग्रेस, भाजपा के कुछ नेताओं तथा कुछ मीडियाकर्मियों को १३२१ सदस्यों वाली पुरानी सूची में समायोजित कर दिया। ऐसे सदस्यों में सर्वश्री ५४८ – प्रबल शर्मा, ८६८ – श्रुति अग्रवाल, ९०१- कौशल दवे, ९७० – पंकज मुकाती, ९७१ – अंकिता जोशी, ९७२ – दलजीत सिंह, ९७३ – सुधाकर सिंह, ९७४ – तेजश्री पुरंदरे, १०३६- प्रकाश तिवारी, ११२५ -अमरसिंह, १२३४ – प्रवीण जैन, १२३५ – रवि जोशी, १२५३ – लोकेश पाल प्रमुख है। इन सदस्यों का जिक्र ८८ नवीन सदस्यों वाली सूची में भी नहीं है।
महोदय, इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष महोदय के इस कृत्य की जानकारी रजिस्ट्रार, फम्र्स एवं संस्थाएं म.प्र. को दे दी गई है और अतिशीघ्र इस मामले में न्यायालय की शरण भी ली जाएगी। इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान इस ओर भी आकर्षित करना चाहता हूं कि अध्यक्ष महोदय तीन वर्षीय कार्यालय समाप्त होने के बावजूद इंदौर प्रेस क्लब के विधान में संशोधन का खेल रच रहे हैं। इंदौर प्रेस क्लब का त्रिवार्षिक कार्यकाल ०७ अगस्त २०१९ को समाप्त हो रहा है।
इंदौर प्रेस क्लब के विधान के अनुसार ४५ दिन पहले ही याने जून माह में निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति होकर निर्वाचन प्रक्रिया आगे बढ़ जाना चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। अब संस्था के चुनाव को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी रविवार २८ जुलाई २०१९ को इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित साधारण सभा में इस आशय का प्रस्ताव लाया जाएगा।
मेरा आपसे सादर अनुरोध है कि कृपया आप इस संदर्भ में उचित संज्ञान लेकर इंदौर प्रेस क्लब प्रबंधकारिणी समिति विशेषकर अध्यक्ष महोदय से सवाल करें और उनके मंसूबों को नाकाम करने में सहयोग प्रदान करें। यहां यह उल्लेखनीय है कि अध्यक्ष महोदय ने विगत् तीन वर्षों में न तो संस्था का ऑडिट पास करवाया और न ही वार्षिक साधारण सभाओं का आयोजन किया। उम्मीद ही नहीं वरन् विश्वास है कि संस्था हित में आप इस मुद्दे पर गंभीरपूर्वक विचार कर हस्तक्षेप करेंगे।
सधन्यवाद
प्रवीण कुमार खारीवाल
पूर्व अध्यक्ष
इंदौर प्रेस क्लब