बनारस में हिंदुस्तान अखबार में कार्यरत चीफ सब एडिटर आशुतोष पांडेय इन दिनों चर्चा में हैं. वे अचानक अपने घर से लापता हुए. काफी देर बाद वे बिहार के भभुआ में पाए गए. इसके बाद तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं.
लोग कहने लगे कि हिन्दुस्तान अखबार वाराणसी के चीफ सब एडिटर आशुतोष पांडेय का अपहरण हो गया था. किसी ने उनसे 7 लाख रंगदारी मांगने की भी बात जोड़ दी.
सच्चाई क्या है, ये जानने के लिए भड़ास4मीडिया ने बनारस के कई पत्रकारों से बातचीत की. पता चला कि आशुतोष पांडेय अपने घर पर गाड़ी खड़ी कर और मोबाइल रखने के बाद गायब हो गए. उनके भभुआ में पाए जाने की सूचना काफी देर बाद मिली. इस बीच उनके परिजन और परिचित उनकी तलाश में सक्रिय हो गए.
कुछ लोगों का कहना है कि आशुतोष पारिवारिक विवाद के कारण घर से भागे थे. पर घर से भागकर भभुआ में पाया जाना भी सवाल खड़ा करता है कि आखिर वे वहां कैसे पहुंचे.
उधर कुछ अन्य लोगों का कहना है कि आशुतोष एक दफे पहले भी बवाल कर चुके हैं. वे घरेलू विवाद के कारण गंगा में कूदने के लिए राजघाट पुल पहुंच गए थे. लोगों ने उन्हें किसी तरह बचाया.
फिलहाल इस मुद्दे पर हिंदुस्तान अखबार के लोग कुछ भी आन रिकार्ड कहने से बच रहे हैं. पर ये बात सही है कि आशुतोष गायब हुए थे बनारस से और पाए गए भभुआ में. इस बीच में क्या कुछ हुआ, ये रहस्य है. इसकी जानकारी खुद आशुतोष दे सकते हैं या फिर मामले की तहकीकात कर रही पुलिस. वैसे अखबार कर्मी का मामला होने से सब कुछ दबाया भी जा सकता है. जो भी हो, आशुतोष पांडेय इन दिनों बनारस के मीडियाकर्मियों में चर्चा के विषय बने हुए हैं.