चोरों के बारे में कहा जाता है कि वह इतने शातिर होते हैं कि चोरी के ऐसे ऐसे तरीके वह अपनाते हैं जो हम और आप जैसे सामान्य इंसान सोच ही नहीं सकते।
ताजा वाकया सहारा समय के पत्रकार अश्विनी कुमार और उनकी मां का है। इस मामले को देखते हुए आपके दिमाग में कभी नहीं आएगा कि आपके आस पड़ोस रहने वाले लोग, जिनको आप अपने सुख दुख का साथी समझते, जिनका आपके घर आना जाना होता है, वह इस तरह के दोयम दर्जे की घटना को अंजाम दे जाएगा।
हुआ यह कि पत्रकार अश्विनी कुमार नोएडा सेक्टर 134 में अपनी मां के साथ रहते हैं। उनके पड़ोस में हीं नीतू नाम की महिला रहती थी। पड़ोसी होने की वजह से उक्त महिला का उनके घर आना जाना था। पहले तो वह कभी कभार आती थी, लेकिन कुछ दिनों बाद गाहे बगाहे हर समय धमक पड़ती थी।
पहले तो अश्विनी कुमार को उन पर शक हुआ कि यह महिला अक्सर बिना समय देखे क्यों आ जाती है। इस बात पर उन्होंने अपने घर पर भी चर्चा की लेकिन मां की ओर से भरोसा दिए जाने पर अपने शक को दरकिनार कर दिया।
लेकिन इसी बीच कुछ अजीब घटनाएं हुईं। पहले तो अश्विनी कुमार की मां के पर्स से तकरीबन 8000 रुपये चोरी हो गए। फिर कुछ समय बाद उनका एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और बैंक का चेकबुक भी गायब हो गया।
उससे तकरीबन 8 लाख रुपये भी निकाल लिये गए।
उक्त महिला ने इस काम को बहुत चालाकी से अंजाम दिया।
पहले अश्विनी कुमार के परिवार में नजदीकियां बढ़ाई। फिर उन्हें ठग लिया।
इस मामले का पता चलने पर जब अश्विनी कुमार पुलिस एक्सप्रेस वे थाने गए तो दरोगा साहब ने 8 दिनों तक रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की। बहाना बनाते रहे। काफी दबाव डालने पर थाने पर शिकायत दर्ज हो पाई। शायद पुलिस समय रहते इस मामले पर काम करती तो स्थिति अलग हो सकती थी।
नोएडा पुलिस का हाल देखिए कि उसने अभी तक नीटू के घर पर रेड तक नहीं की जबकि वह महिला अपने फ्लैट में लॉक डाउन के कारण अंदर ही रह रही है।