Shambhu Nath Shukla : मैं भारतीय मुसलमानों की बौद्घिक क्षमता का कायल रहा हूं। मुझे याद है कि पक्के दक्षिणपंथी रजत शर्मा ने अपने कार्यक्रम ‘आपकी अदालत’ में ओवैसी को फँसाने की बड़ी कोशिशें की पर ओवैसी लगातार अपने दमदार तर्कों और बौद्घिक कौशल के तीर चलाकर उलटे रजत को ही निरुत्तर करते रहे। लेकिन जब मैं आजम खान के बयान सुनता हूं तो लगता है कि एक अनपढ़ और जाहिल आदमी भी उनसे तो बेहतर ही बोलता है। क्या उत्तर भारत के मुस्लिम राजनेता भी अपने हिंदू हमपेशा लोगों की तरह कूढ़मगज हैं। अच्छा ही है परस्पर हमजुल्फ जो हैं।
Mohammad Anas : आज़म साहब बेहद ईमानदार और खुद्दार किस्म के सियासतदां हैं। मीडिया उनको इरिटेट करती है। वे मीडिया को मसाला दे देते हैं। आज का उनका बयान माइक घुसेड़ू और सवाल मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है वाले लोगों के लिए है। असल में मीडिया से आज़म साहब को एक इंच भी डर नहीं लगता क्योंकि इनकी राजनीति बेहद साफ है। तालिबान और दाऊद से मिले पैसे से नेता जी का बड्डे सेलीब्रेट हो रहा है, उनका यह कहना उस मीडिया को ठेंगे पर रखना दिखाता है जिसे मोदी के प्लेन से लेकर छत्तीसगढ़ के भाजपाई विधानसभा अध्यक्ष के पास्पोर्ट को पहुंचाने के लिए भेजा गया विमान नहीं दिखता। आज़म खान हो या जीतन राम माझी, मैं ऐसे नेताओं के हर बयान का समर्थन करता हूं। मेरे लिए मीडिया सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक गुणा गणित का एक साधन है। आज इसका इस्तेमाल भाजपा कर रही है वरना मोदी द्वारा अब तक बदले और फेंके गए बयानों से बेहतर प्रोग्राम किसी और चीज़ पर बन ही नहीं सकता। लेकिन कोई नहीं दिखाता। एक सेक्यूलर मुस्लिम नेता को पहले कम्यूनल बनाया गया और अब उसकी छवि के साथ पोस्टमार्टम हो रहा है। लेकिन इन सब बातों का जनता पर एक इंच फर्क नहीं पड़ेगा। मुझ पर तो कतई नहीं। आप पर भी नहीं पड़ना चाहिए। अच्छे और तरीके के लोगों के साथ रहिए, कहां मीडिया के बनाए अोपीनियन के साथ बह जाते हैं। हैप्पी बड्डे नेता जी।
वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ल और सोशल एक्टिविस्ट मोहम्मद अनस के फेसबुक वॉल से.
Comments on “आजम खान : आह…. वाह….”
Zahil kism k Owasi aur Azam muslim k naam par kalank hai