भाई यशवंत, उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आज़म खान ने तमाम हदें पार करते हुए पेरिस में हुए आतंकी हमले का समर्थन किया है लेकिन किसी पत्रकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है । उर्दू के कई समाचार पत्रों में आज़म खान का यह वक्तव्य छपा है जिस में आज़म ने कहा है कि पेरिस की मैगज़ीन के पत्रकारों ने किया था उस का बदला उन को मिल गया। इस ब्यान में आज़म ने दहशत गर्दों की निंदा करने के बजाय यह कहा है कि किसी भी धर्म के अवतारों का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। आज़म खान का ब्यान पढ़ कर लगता है कि उन के दिल में दहशत गर्दों के लिए कितनी हमदर्दी है।
आज़म ने पेरिस के पत्रकारों की जान चले जाने को जैसे को तैसा बता कर एक बार फिर यह बताया है कि वह आतंकवाद के विरुद्ध नहीं हैं। आज़म ने बड़ी चतुराई का प्रदर्शन करते हुए आतंकवादिओं के समर्थन वाला ब्यान केवल उर्दू के अख़बारों में भेजा। क्योंकि आज़म को लगता है कि उन के बयान से मुसलमानों खुश हो जाएंगे लेकिन आज़म को नहीं मालूम है कि हर सच्चा मुसलमान आतंक वाद का विरोधी है क्यों की आतंक वादी इस्लाम की ऐसी शक्ल पेश कर रहे हैं जिस में सहन शीलता नाम की कोई चीज़ नहीं है जबकि हमारे धर्म में सब्र और सहन शीलता का बहुत महत्व है। खुद पैग़ंबर साहब ने सहन शीलता का ऐसा प्रदर्शन किया जिस की मिसाल नहीं मिलती। उन्होंने मक्का की विजय के बाद हिन्दा नाम की उस औरत को भी माफ़ कर दिया था जिस ने उन के प्रिय चाचा हज़रत अमीर हमज़ा की लाश से उनका जिगर निकाल कर चबाया था। आज़म खान जैसे लोग इतने ऊँचे पदों पर बैठ कर इस प्रकार के नफरत बढ़ाने वाले बयान दे रहे हैं इस के विरुद्ध सभी पत्रकारों को आंदोलन चलाना चाहिए। मैं आप को उर्दू के दो प्रमुख अख़बारों की कटिंग भेज रहा हों इसे देख कर आप को पता चल जाएगा कि आज़म खान कितना गिरा हुआ आदमी है।
शुक्रिया
एसएएम नदवी
प्रसाद नगर
करौल बाग़
दिल्ली
Anil Pande
January 16, 2015 at 2:46 pm
आज़म ख़ान उच्च कोटि का नीच है !
अहंकार और घमंड से चूर यह सूअर, नेता जी के लिये भस्मासुर साबित होगा.
purushottam asnora
January 16, 2015 at 3:02 pm
jati our dharm ki rajniti ne desh ka bantadhar kiya hai.