संजय कुमार सिंह-
बुरी तरह हारे, पर मान नहीं रहे
केंद्र ने कोशिश की पर इस अव्यवस्था से ध्यान नहीं हटा पाई!
रविवार को उत्तर प्रदेश के जेवर जिले में मेवला गोपालगढ़ गांव के एक अस्थायी, क्लिनिक में पेड़ की एक शाखा से लटका इंफ्यूजन बैग। कोविड-19 से घिरे इस गांव में खुले आसमान के नीचे क्लिनिक बनाया गया है।
बीमार पेड़ के नीचे चारपाई पर लेटे हैं, पास ही गायें चर रही हैं और जमीन पर सीरिंज व दवाई के खाली पैकेट बिखरे पड़े हैं।
कार के जरिए दिल्ली से 90 मिनट की दूरी पर स्थित मेवला गोपालगढ़ में कोई डॉक्टर या स्वास्थ्य सुविधा नहीं है।
द टेलीग्राफ में प्रकाशित फोटो कैप्शन। तस्वीर – रायटर्स के दानिश सिद्दीक की और अंग्रेजी से अनुवाद मेरा।
सीबीआई ‘अपना’ काम कर रही है
दो मंत्रियों को गिरफ्तार किया, हाईकोर्ट ने जमानत आदेश को स्टे कर दिया, सुनवाई कल।
दो सौभाग्यशाली दलबदलू जुड़वें