मथुरा। सबकी कहानियां लिखने वाले वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक ब्रजगोपाल राय चंचल पनी जिंदगी की कहानी अधूरी छोड़कर चले गए। पार्थिव शरीर को उनके पुत्र ने मुखाग्नि दी। उनके निधन पर बड़ी संख्या में पत्रकारों एवं समाजसेवियों ने शोक व्यक्त किया है।
पश्चिम बंगाल के मूल निवासी ब्रज गोपाल राय चंचल पिछले करीब 30 वर्षों से मथुरा के कोसीकलां में आकर किराए के मकान में रह रहे थे।
चंचल ने देश की अनेक मशहूर पत्र -पत्रिकाओं सत्यकथा, मनोहर कहानियां, दिल्ली प्रेस में लंबे समय तक पत्रकारिता की। इनका नाम खोजी पत्रकारिता के लिए भी जाना जाता है।
इन्होंने विषबाण मीडिया ग्रुप के लिए भी लेखन का कार्य किया। अनेक पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादक भी रहे हैं।
चंचलजी वरिष्ठ पत्रकार होने के बावजूद आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे थे। दो दिन पूर्व ब्रेन हेमरेज के चलते इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
रात्रि में करीब 1.30 बजे इन्हें दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद ही उनकी सांसे थम गईं।
इनके पार्थिव शरीर को इनके पुत्र ने मुखाग्नि दी। इनकी पत्नी की मौत पूर्व मे हो चुकी है।
उन्होंने अपने पीछे एक बेटी-एक बेटे (दोनों अविवाहित) को बिलखते छोड़ा है।
इनके निधन पर पत्रकारों और गणमान्य नागरिकों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
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