दैनिक जागरण में उपर से नीचे तक पैसे के लालची भरे पड़े हैं. क्या मालिक. क्या कर्मचारी. पैसे के लिए ये पत्रकारिता के साथ सात नैतिकता और सरोकार को भी बेच खाए हैं.
ताजा मामला आजमगढ़ का है. दैनिक जागरण का एक पत्रकार मर गया तो उसकी विधवा को मदद देने के लिए सबने पैसा इकट्ठा किया. आरोप है कि इस पैसे को ब्यूरो चीफ ने हड़प लिया है. विधवा ने दैनिक जागरण के मालिक संजय गुप्ता को पत्र लिखकर मदद के नाम पर इकट्ठा पैसे को दिलाने की मांग की है.
आजमगढ़ के मुबारकपुर कस्बे से दैनिक जागरण के प्रतिनिधि थे दिनेश मौर्य. इनकी मृत्यु कैंसर के कारण हो गई. दैनिक जागरण आजमगढ़ के कार्यालय प्रभारी राकेश श्रीवास्तव ने सभी जिला प्रतिनिधियों से चंदा कर एक लाख रुपये इकट्ठा किया. इसकी सूचना पत्रकार की विधवा गीता देवी को भी दी.
कार्यालय प्रभारी राकेश बोले कि वे इसे स्वर्गीय पत्रकार के बच्चों के नाम एफडी करवा देंगे. इसके लिए संबंधित डाक्यूमेंट्स भी ब्यूरो चीफ ने लिए. पर अब तक पैसे नहीं दिए.
देखें विधवा का जागरण के मालिक संजय गुप्ता के नाम पत्र….
सूचना है कि विधवा द्वारा पत्र लिखे जाने की भनक पाकर अब ब्यूरो चीफ पैसे देने के लिए सक्रिय हो गए हैं और विधवा से संपर्क साधा है. पैसा विधवा को सुपुर्द किए जाते ही इस संबंध में खबर भड़ास पर प्रकाशित की जाएगी.
सूत्रों का कहना है कि आजमगढ़ दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ राकेश श्रीवास्तव को जब उसकी शिकायत संजय गुप्ता तक भेजे जाने की खबर पता चली तो उसने दिवंगत पत्रकार की पत्नी को 80 हजार रुपये की एफडी बनवा कर देने की बात कहकर आज कार्यालय बुलाया है।