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छत्तीसगढ़ के सीएम की सभा का ग्रामीणों ने कर दिया बहिष्कार, अखबारों ने छापा- ‘कृतसंकल्पित हैं सीएम’!

जब छत्तीसगढ़ के सीएम की सभा का ग्रामीणों ने कर दिया बहिष्कार और अखबारों ने छापा ‘कृतसंकल्पित हैं सीएम’! कहीं भी ग्रामीणों के बहिष्कार का जिक्र तक नहीं किया किसी अखबार ने, सीएम हाउस से गया अखबारों के बड़े अफसरों को फोन और सब हो गया मैनेज.

खुद को निष्पक्ष पत्रकार बताते हुए आज शर्म महसूस कर रहा हूं। शर्म इसलिए क्योंकि होने को तो मैं छोटा सा रिपोर्टर हूं, लेकिन जब सीएम की सभा का वहां बैठे हजारों लोग बहिष्कार कर दें तो ये खबर काफी बड़ी हो जाती है। मैंने अपने 15 साल की पत्रकारिता के करियर में इस तरह की घटना कभी नहीं देखी। एक सीएम का हजारों लोगों ने एक साथ बहिष्कार कर दिया। जगदलपुर में 39 डिग्री की गर्मी में पसीने से तरबतर होकर भी हमने इस खबर को किया।

पूरी खबर आंखों देखी बनाकर डेस्क को भेजी। डेस्क ने भी तरह तरह की फोटो मंगवाई, हमें लगा जैसे हमारी मेहनत सफल हो गई हो, लेकिन जैसे ही दूसरे दिन हमने अखबार खोला तो पाया कि सारा कुछ सीएम हाउस से मैनेज हो चुका है। हजारों लोगों ने सीएम का बहिष्कार कर दिया, इसे लेकर एक शब्द भी किसी अखबार ने नहीं छापा। मन में कोफ्त हुई, लगा, कहीं हम अपने ही पेशे से गद्दारी तो नहीं कर रहे, लेकिन एक संतोष ये भी है कि मैंने अपना काम निष्पक्ष रूप से किया, लेकिन ऊपर बैठे डेस्क सहित अन्य अफसरों को सीएम हाउस से आए फोन के बाद पूरी खबर ही पलट कर रख दी गई।

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कोफ्त इस बात की भी है कि जो लोग अपनी समस्याओं को लेकर हमारे पास पहुंचते हैं और हमारे लिखने से उनकी समस्याएं हल हो जाती हैं, लेकिन जब इस तरह की घटनाओं को लिखने बैठते हैं तो हमारी मेहनत का फल जिस तरह से दिखता है, उससे लगता है पत्रकारिता के जनसरोकार के पेशे को ही छोड़ दें। आखिर सब ऊपर से मैनेज हो रहा है तो इसमें हम हैं ही कहां..? हमारी जनसरोकार की पत्रकारिता है ही कहां..? हमारी निष्पक्षता है ही कहां..?

एक प्रदेश के सीएम की मनमानी किस तरह से पूरे तंत्र पर हावी होती है, इसका एक नजारा आपको अपने शब्दों के जरिए दिखाना चाहता हूं-

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2 अप्रैल को जगदलपुर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिनों से बस्तर में रहे। उनके प्रवास के दूसरे दिन जब छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन का आभार कार्यक्रम था और दूसरा वो कार्यक्रम, जो जगदलपुर के लालबाग मैदान में पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ का संभागीय महासम्मेलन था। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने सीएम भूपेश बघेल का सम्मान इसलिए किया, क्योंकि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में सीएम ने पुरानी पेंशन योजना लागू की थी।

इस पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के चलते शिक्षकों ने उनका आभार माना। इस कार्यक्रम का समय सुबह 10 बजे था, लेकिन सीएम दंतेवाड़ा जिले के लिए निकल गए। इसके बाद समय बदला और इसे 12 बजे कर दिया गया। 12 बजे फिर सूचना मिली कि दोपहर करीब 2 बजे सीएम पहुंचेंगे, जबकि सीएम दोपहर 2.30 बजे पहुंचे। यहां आनन-फानन में कार्यक्रम निपटाया गया और इसके बाद सीएम भूपेश बघेल खुशी-खुशी पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में पहुंचे। उन्हें शायद ये लगा हो कि वे भी पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं और सम्मेलन में उन्हें सिर आंखों पर बैठाया जाएगा।

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वे अपनी बात रख ही रहे थे कि अचानक भीड़ ने सीएम मुर्दाबाद और भूपेश बघेल मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। अचानक मुर्दाबाद के लगे नारों को सुनते ही सीएम अपना टॉपिक बदल बैठे और उन्होंने लोगों की सहानुभूति और समर्थन लेने के लिए मंच से पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए भवन निर्माण करने 50 लाख रूपए देने की घोषणा कर दी, लेकिन लोगों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। अपना सा मुंह लिए सीएम से आयोजकों ने माइक लेकर आनन-फानन में कार्यक्रम के समापन की घोषणा कर दी।

दरअसल पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में लोगों को इसी बात की उम्मीद थी कि सीएम उन्हें 27 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा करेंगे, लेकिन सीएम ने जब ये घोषणा नहीं की और अपनी बात को गोल-गोल घुमावदार बना दिया तो लोगों ने सभा छोड़ दी और बहिष्कार में नारेबाजी करते हुए निकलते चले गए।

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इस पूरी घटना को हमने अपने स्तर पर बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश की, लेकिन हुआ वही, जिसका डर था, बड़े न्यूज पोर्टलों से खबर ही ड्रॉप करवा दी गई और अखबारों से पूरे मजमून का ही कायापलट कर दिया गया। दूसरे दिन जो खबर अखबारों में छपी, उसमें पिछड़ा वर्ग के लिए सीएम को कृतसंकल्पित बताया गया, उनकी तारीफों के बड़े-बड़े कसीदे पढ़े गए, लेकिन जो वास्तव में वहां हुआ, उसे पूरी तरह से छिपा दिया गया।

छत्तीसगढ़ के एक रिपोर्टर द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित!

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पूरे प्रकरण को समझने के लिए ये वीडियो युक्त ट्वीट देखें –

https://twitter.com/kedarkashyapbjp/status/1510623678756651015?s=21&t=eLDF2gogX5BIOXpun1HajA

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https://twitter.com/kedarkashyapbjp/status/1509868918474641413?s=21&t=vOAHFaG-qP8Rr8CPWjcgnQ

नीचे दिए Fb लिंक में तीन वीडियो हैं-

https://www.facebook.com/100021796327800/posts/1161991711204029/?d=n

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