गोपनीय पार्टी सर्कुलर को एक विदेशी वेबसाइट पर लीक करने के जुर्म में चीन की एक महिला पत्रकार को सात साल कैद की सजा सुनाई गयी है.
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं पर आलोचनात्मक खबरों को लेकर मशहूर हुईं 71 वर्षीय गाओ यू चीन के प्रमुख पत्रकारों में से एक हैं. वह सरकार के नेताओं की आलोचना करने वाले लेखों के लिए जानी जाती हैं. उन्हें शुक्रवार को बीजिंग की नंबर 3 ‘इंटरमीडिएट कोर्ट’ ने कम्युनिस्ट पार्टी के आंतरिक दस्तावेज को लीक करने का दोषी पाया और सजा सुनाई. मानवाधिकार संगठनों ने इस फैसले को न्याय की अवज्ञा करार दिया है.
गाओ के वकील मो शाओपिंग के अनुसार सरकार ने गाओ पर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व द्वारा 2013 में जारी एक अत्यंत गोपनीय ‘दस्तावेज नंबर 9’ को एक विदेशी चीनी भाषा के समाचार संस्थान को देने का आरोप लगाया था.
इस दस्तावेज को पार्टी के वैचारिक संघर्ष की योजना की रूपरेखा बताया जा रहा है जिसमें कार्यकर्ताओं से समाज पर सात विध्वंसक प्रभावों से निपटने के लिए कहा गया था.
लोकतंत्र का खुलकर समर्थन करने और प्रेस की आजादी की वकालत करने के लिए जानी जाने वाली गाओ पर मुकदमा पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ था और उन्होंने आरोप से इनकार किया था जिसका इस्तेमाल अकसर चीन में पत्रकारों को जेल में डालने के लिए किया जाता है. रिपोर्ट में उनके भाई गाओ वेई के हवाले से कहा गया है कि गाओ ने फैसले के तत्काल बाद कहा कि वह फैसले के खिलाफ अपील करना चाहती हैं. वह शांत रहीं और मुस्कुरा रही थीं.
शुक्रवार के फैसले को राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा उनकी कम्युनिस्ट पार्टी के आलोचकों के खिलाफ कार्रवाई के ताजा वाकये के तौर पर देखा जा रहा है. इस तरह के आरोपों में कई पत्रकार, वकील और शिक्षाविदों को हिरासत में लिया गया और कई को जेल में डाला गया.