बादल सरोज : चार वामपंथी दलों के साझे आव्हान पर 8 जुलाई को व्यापमं के मुख्यालय पर एक प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन के जरिये जो मानें उठायी जाएंगी उनमे प्रदेश को मौतों की महामारी से बचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तत्काल इस्तीफा देने , मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने , एसआईटी और एसटीएफ की भी जांच कर यह पता लगाने कि उन्होंने कितने सबूत मिटाकर किन किन को बचाया है, शामिल हैं।
सीपीआई(एम) जिला सचिव पूषण भट्टाचार्य, सीपीआई जिला सचिव शैलेन्द्र कुमार शैली, एसयूसीआइ(सी) जिला सचिव जे सी बरई तथा सीपीआई(माले) लिबरेशन के नेताओं ने बताया है कि प्रदर्शन से पहले शाम 4 बजे बोर्ड चौराहे पर एक संक्षिप्त सभा होगी जहां से प्रदर्शनकारी व्यापमं मुख्यालय जाएंगे। इस प्रदर्शन में माकपा राज्य सचिव बादल सरोज तथा एसयूसीआइ(सी) राज्य सचिव प्रताप सामल सहित अनेक राज्य स्तरीय नेता, बुद्दिजीवी, साहित्यकार, कवि, सामाजिक कार्यकर्ता, महिलायें छात्र संगठन हिस्सा लेंगे।
वामदलों के अनुसार राजयपाल, मुख्यमंत्री खुद घोटाले में हैं, कार्यपालिका घोआताले में लिप्त भी है और बचाने में भी लगी है, न्यायपालिका ने निराश किया है इसलिए इस प्रदर्शन का ज्ञापन इनमे से किसी को भी न देकर चौथे खम्भे यानी पत्रकारों को दिया जाएगा। ज्ञापन की मूल प्रति राष्ट्रपति को सौंपी जाएगी। वामदलों ने सभी सजग नागरिकों से इस प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।
दीपक शर्मा : देर आये दुरुस्त आये.लेकिन बेहतर होता अगर शिवराज सिंह व्यापम में सीबीआई की जांच पहले करवा लेते. हमारा अक्षय तो बच जाता. उसे इस स्कैम की पड़ताल करने के लिए मध्य प्रदेश तो न जाना होता. और ये होनी तो टल जाती.कई और बेगुनाह भी में मरने से बचाए जाते. राज्य सरकार की साख पर भी हज़ारों सवाल न खड़े होते.
फिलहाल एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता से गुज़ारिश है की उनकी टीम अक्षय की विसरा की गहराई से पड़ताल करे. इस विसरा की जाँच से ही पता चलेगा की अक्षय को ज़हर दिया गया था या नही. अगर डॉ गुप्ता को लगता है की विसरा को बाहर विदेश में टेस्ट कराना ज्यादा उचित होगा तो इस फैसले पर वो देर न करें.
बादल सरोज और दीपक शर्मा के एफबी वाल से