सेवा में,
श्रीमान उपायुक्त, दिल्ली पुलिस,
साऊथ ईस्ट जिला, सरिता विहार
नई दिल्ली।
विषय — अवैध निर्माण पर चल रहे नगर निगम के डमोलिशन की खबर को ना करने व झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए ।
महोदय,
निवेदन यह है कि मैं पंकज चौहान S/O श्री राजाराम सिंह, पता– 14/ 202, दक्षिणपुरी एक्सटेंशन, डॉ. अंबेडकरनगर, नई दिल्ली -62 में रहता हूं। मैं दिल्ली से ‘सनसनी इन्वेस्टीगेटर’ नाम से अपना एक नेशनल साप्ताहिक अखबार चलाता हूं। मैंने अपने पिछले एडीशन में दक्षिणपुरी की डीडीए मार्केट नंबर-2 में स्थित दुकान नंबर- 11, 12, 13, 14 की उस समय खबर लगाई थी जब यहां पर एम.सी.डी. के बिल्डिंग विभाग के दस्ते ने तोड़फोड़ की थी। अब दिनांक- 29/03/2017 को एम.सी.डी., ग्रीन पार्क ज़ोन से भवन विभाग के दस्ते ने दोबारा इसी अवैध निर्माण पर तोड़फोड़ का कार्यक्रम किया जिसको मैं अपने साथी रिपोर्टर के साथ कवर करने के लिए पहुंचा।
थोड़ी देर कवरेज करने के बाद मेरे से एक पास योगेश गुप्ता नाम से एक शख्स आया और मुझे और मेरे साथी रिपोर्टर को धमकाने लगा और अपने आप को आज तक न्यूज़ चैनल का रिपोर्टर बताने लगा। इस अवैध निर्माण को तोड़ने के पहले इस योगेश गुप्ता के मेरे पास 8700827576 नंबर से फोन आया था और उसका कहना था कि इस खबर को आगे मत छापना और मैं आपको बिल्डर के साथ चाय पिलवाता हूँ। मैने तब भी इस बात पर योगेश गुप्ता को कोई तवज्जो नहीं दी (मोबाईल की रिकॉर्डिंग अगर आपको चाहिए तो मैं आपको दे दूंगा)। मेरी मुख्य शिकायत ये है कि योगेश गुप्ता, कथित बिल्डर के अवैध निर्माण के बाबत मेरे पास उस समय आया जब दिल्ली नगर निगम का दस्ता भारी पुलिस बल के साथ अवैध-निर्माण तोड़ रहा था, उस समय योगेश गुप्ता ने अपने को आज तक न्यूज़ चैनल का पत्रकार बताते हुए मुझे और मेरे साथी रिपोर्टर संतोष झा को जान से मारने की धमकी तो दी ही साथ ही साथ मुझे ना तो फोटो खींचने दी और ना ही वीडियो रिकॉर्डिंग करने दे रहा था। उस समय पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था।
योगेश गुप्ता ने मेरे और मेरे साथी रिपोर्टर संतोष झा के साथ काफी अभद्र व्यवहार किया और मुझे झूठे व फर्जी केस में फंसा लेने की धमकी देते हुए जान से मारने की भी धमकी दी। मैंने तब भी योगेश गुप्ता को कुछ नहीं कहा उसके बाद योगेश ने मेरी और मेरे साथी रिपोर्टर संतोष झा की वीडियो रिकॉर्डिंग की और फोटो भी खींची और कहने लगा कि अब तुम्हारी फोटो और वीडियो मेरे पास है अब मैं तुमको मरवा दूंगा। वो मुझे खबर ना छापने के चलते मेरे अखबार को भी उल्टा सीधा कह रहा था साथ ही बार बार अभद्र भाषा की भी उपयोग कर रहा था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस और हमने उसका आई.कार्ड उसकी असल पहचान के लिए माँगा लेकिन उसने हमें आई. कार्ड तो नहीं दिखाया बल्कि एक विज़ीटिंग कार्ड दिखाते हुए कहा कि मैं आजतक चैनल में ही हूँ।
काफी बदतमीज़ी का व्यवहार करने के बाद दिल्ली पुलिस ने योगेश गुप्ता को वहां से भगा दिया लेकिन अब मेरी फेस बुक पर यही योगेश गुप्ता गलत तरीके से कमेंट करके मेरी छवि को धूमिल कर रहा है। फेस बुक पर योगेश मेरे खिलाफ काफी गलत तरीके से एक के बाद एक कमेंट बिना किसी आधार के किए जा रहा है मेरा आपसे नम्र निवेदन है कि एसे व्यक्ति के खिलाफ ठोस कानूनी कार्यवाही की जाए। जिस समय मेरे साथ योगेश गुप्ता ने बदतमीजी की थी उस समय अंबेडकर नगर थाना इलाके के कुछ पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे जिन्होने योगेश को काफी समझाया भी लेकिन जब वो नहीं माना तो उन लोगों ने उसे टूट रही बिल्डिंग के पास से योगेश को भगा दिया , आप चाहें तो उन पुलिसकर्मियों से भी बात करके जाँच कर सकते हैं ।
मेरे इस शिकायती पत्र पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करते हुए आप इस मामले की निष्पक्ष जाँच करें ताकि मेरी जो छवि धूमिल हुई है और मेरे को और मेरे साथी रिपोर्टर संतोष झा को जो धमकी मिली है उस पर योगेश गुप्ता के खिलाफ ठोस कानूनी कार्यवाही की जा सके ।
प्रार्थी
पंकज चौहान पुत्र श्री राजाराम सिंह
चीफ एडीटर
सनसनी इन्वेस्टीगेटर
नेशनल हिन्दी न्यूज़ पेपर
दिल्ली