दैनिक जागरण कानपुर में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. वरिष्ठों के आतंक और तानाशाही के कारण कनिष्ठ मीडियाकर्मी मौका मिलते भी अखबार का गुडबाय कह दे रहे हैं.
दैनिक जागरण कानपुर से छोड़ने वालों की लाइन लग गई हैं. सीनियर सब एडिटर अम्बर वाजपेयी,आशुतोष दीक्षित के अलावा चीफ सब एडीटर विक्सन सिकरोड़िया ने भी दैनिक जागरण से इस्तीफा दे दिया.
इसके बाद चीफ सब एडिटर शशांक शेखर भारद्वाज व डिजिटल देख रहे ट्रेनी आकाश द्विवेदी ने भी इस्तीफा दे दिया है. कई अन्य लोग भी छोड़ने की जुगाड़ भिड़ा रहे हैं.
आरोप है कि यह सब संपादक जितेंद्र शुक्ल, उनके चहेते दिवाकर मिश्र और यशांश त्रिपाठी के उत्पीड़न के कारण हो रहा है.
बीते दिनों दिवाकर और यशांश के पीटने के बाद संस्थान ने पिटे हुए मनीष श्रीवास्तव को ही बाहर निकाल दिया था.
इस समय दैनिक जागरण कानपुर के कर्मचारी बहुत प्रताड़ित हैं. आरोप है कि संपादक जितेंद्र शुक्ल मालिकान संदीप गुप्ता को गुमराह कर रहे हैं और किसी भी कर्मचारी को अपनी बात कहने तक नहीं दे रहे हैं. इस कारण अच्छे लोग सब संस्थान छोड़ कर जा रहे हैं.
दैनिक जागरण कानपुर में काफी दिनों से हालात ठीक नहीं है. कर्मचारी काम करने में घुटन महसूस कर रहे हैं. संपादक जितेंद्र शुक्ल व उनके चहेते दिवाकर मिश्र व यशांश त्रिपाठी की तानाशाही से त्रस्त एजुकेशन बीट देख रहे सीनियर रिपोर्टर विक्सन सिकरोड़िया, डेस्क में काम कर रहे सीनियर सब एडीटर आशुतोष, सिटी डेस्क में काम कर रहे सीनियर सब एडिटर अंबर वाजपेयी व डिजिटल में काम कर रहे ट्रेनी आकाश द्विवेदी के चले जाने से बाकी कर्मियों पर काम का बोझ बढ़ गया है.
इन लोगों ने इस्तीफे से पहले बाकायदा नोटिस दिया.
डेस्क पर काम कर रहे और रिपोर्टिंग में काम कर रहे कई लोग नए प्लेटफॉर्म की तलाश में हैं.